हिमाचल चुनाव 2017: कांग्रेस के टिकट को लेकर मारामारी का माहौल
शिमला। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी संगठन में एकता का दम भरते हुये प्रदेश में सत्ता की वापसी का दम भर रही है लेकिन चुनाव लड़ने का हसरत पाले नेताओं की लंबी चौड़ी कतार देखकर तो अब कांग्रेस के चुनाव प्रबंधकों के भी पसीने छूटने लगे हैं। दिलचस्प बात यह है कि 68 सदस्य वाली विधानसभा के लिये कांग्रेस पार्टी के अब तक चुनाव लड़ने वालों की तादाद 400 के पार हो गई है। अब सवाल उठने लगा है कि पार्टी आखिर इन पेचीदा हालात से कैसे निपटेगी। इन आवेदकों की छंटनी करना ही टेढ़ी खीर साबित होने वाला है। पार्टी के टिकट के चाहवानों ने बाकायदा अपना शुल्क भी जमा करवाए हैं, जिससे करीब 1 करोड़ रुपए तक जमा हुए हैं। इसमें सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों से 25 हजार रुपए, आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों ने 15 हजार रुपए जमा करवाए हैं। जिससे अब जो हालात उभरे हैं उससे पार्टी को बगावत होने का खतरा सताने लगा है। यही वजह है कि पार्टी अब फूंक फूंक कर कदम रख रही है।
शिमला में 36 उम्मीदवार
शिमला जिला में 8 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस टिकट के लिए 36 उम्मीदवारों ने दावेदारी जताई है। कांग्रेस टिकट के लिए 3 महिलाओं ने भी आवेदन किया है। जुब्बल-कोटखाई एकमात्र ऐसा विधानसभा क्षेत्र है, जहां से मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर ही एकमात्र उम्मीदवार हैं। इसी तरह जिला में शिमला शहरी से सबसे अधिक 11 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन कर दावेदारी पेश की है। शिमला ग्रामीण से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने अपने पिता की सीट से पार्टी टिकट के लिए आवेदन किया है। विक्रमादित्य सिंह को पार्टी के 2 अन्य लोगों ने टिकट के लिए दावेदारी जता कर चुनौती दी है।
कांगड़ा में कांग्रेस की हालत
कांगड़ा में कांग्रेस टिकट को लेकर एक-एक सीट पर कई दावेदार अपनी दावेदारी जता रहे हैं तो नगरोटा बगवां बगवां से किसी ने भी टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है। अधिकांश सीटों पर एक अनार 100 बीमार की स्थिति बनी हुई है। नूरपुर व धर्मशाला से कांग्रेस हाईकमान को अधिक माथापच्ची नहीं करनी पड़ेगी। पालमपुर से कांग्रेस टिकट के चाहवानों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। कांग्रेस टिकट पाने के लिए 6 अभ्यर्थी कतार में हैं। जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायक यादविंद्र गोमा के अतिरिक्त संजय कुमार तथा ओम प्रकाश ने अपनी दावेदारी जताई है जबकि सुलह विधानसभा क्षेत्र से जगजीवन पाल के अतिरिक्त संजय शर्मा, मनभरी देवी तथा संजय चौहान टिकट की कतार में हैं। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र से 7 ने कांग्रेस टिकट के लिए अपनी दावेदारी ठोकी है। ज्वाली, फतेहपुर, ज्वालामुखी, देहरा, जसवां परागपुर व शाहपुर में भी एक से अधिक दावेदार लाइन में हैं।
मंडी से 31 ने मांगा टिकट
मंडी जिला से विधानसभा चुनाव के लिए इस बार जिला मंडी संगठनात्मक जिला से कुल 11 व सुंदरगनर जिला से 20 आवेदन आए हैं जबकि बड़े नेताओं ने पार्टी मुख्यालय शिमला में ही आवेदन किया है जिनमें मंत्री व विधायक हैं। संगठनात्मक जिला मंडी के अध्यक्ष दीपक शर्मा के पास सराज विधानसभा क्षेत्र से कुल 6, बल्ह से 2, जोगिंद्रनगर से 2 व द्रंग से एक आवेदन आया है। सरकाघाट से कांग्रेस पार्टी के टिकट को शिमला में सीधे आवेदन कर सबको चौंका दिया है। टिकट पर पार्टी हाईकमान लेगा अंतिम निर्णय आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी टिकट के लिए अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान लेगा। प्रदेश चुनाव समिति टिकट के लिए आए आवेदनों की विधानसभा क्षेत्र के अनुसार छंटनी करेगी। इसके बाद हर हलके से अलग-अलग पैनल तैयार किए जाएंगे। इन पैनलों को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। केंद्रीय चुनाव समिति प्रदेश द्वारा भेजे गए नामों पर चर्चा कर कुछ नामों को पार्टी हाईकमान को भेजेगी। टिकट पर अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान करेगा।
भाजपा में भी टिकटों के कई चाहवान
बात भाजपा की करें तो कांगड़ा जिला में भाजपा टिकटार्थियों की लाइन यहां भी छोटी नहीं। पालमपुर में भाजपा के कई टिकट के चाहवान हैं। बैजनाथ, सुलह, धर्मशाला, इंदौरा, कांगड़ा, नूरपुर व ज्वाली में टिकट के चाहवानों की संख्या ज्यादा है। मंडी, बिलासपुर, कुल्लू, सोलन, शिमला, ऊना, सिरमौर व चम्बा जिलों में भी कई जगह टिकट के एक से ज्यादा चाहवान हैं। लेकिन पार्टी का दाव है कि उसके टिकट के चाहवानों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रदेशाध्यक्ष सत्तपाल सत्ती ने कहा है कि भाजपा 16 अक्तूबर से पहले अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करेगी। प्रदेशाध्यक्ष सत्तपाल सत्ती ने कहा कि बीजेपी ने चुनावों को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। 16 अक्तूबर से ही चुनाव के लिए नामांकन शुरू होंगे, जो कि 23 अक्तूबर तक चलेंगे। सत्ती ने कहा कि प्रदेश की जनता भ्रष्टाचार और माफिया में संलिप्त सरकार से छुटकारा चाहती है।
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