राम लाल ठाकुर- हिमाचल में नैना देवी विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार
इंडियन नेशनल कांग्रेस ने रैनधारी शर्मा के खिलाफ नैना देवी निर्वाचन क्षेत्र से राम लाल ठाकुर को मैदान में उतारा है। राम लाल ठाकुर, पारस राम ठाकुर के पुत्र हैं। उनका जन्म 7 जून 1951 को बिलासपुर जिले के गांव-गांव में हुआ था।
नैना देवी। इंडियन नेशनल कांग्रेस ने रैनधारी शर्मा के खिलाफ नैना देवी निर्वाचन क्षेत्र से राम लाल ठाकुर को मैदान में उतारा है। राम लाल ठाकुर, पारस राम ठाकुर के पुत्र हैं। उनका जन्म 7 जून 1951 को बिलासपुर जिले के गांव-गांव में हुआ था। उन्होंने बीए, एलएलबी किया है और कार्मिक प्रबंधन और श्रम कल्याण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से पढ़ाई की है। उसने कमलेश ठाकुर से शादी कर ली।
वो सक्रिय खिलाड़ी बने रहे और राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी में 6 बार राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और तीन बार के कप्तान बने। वो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय खेल परिषद के सदस्य थे। वो केंद्रीय छात्र संघ के महासचिव भी थे, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय 1978 में कांग्रेस पार्टी के जेल भरो आंदोलन के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 1985 में उन्हें हिमाचल प्रदेश राज्य विधानसभा के लिए पहली बार चुना गया था और 1993, 1998 और 2003 में उन्हें फिर से निर्वाचित किया गया।
वो कानून राज्य मंत्री थे, 1985 से 1990 तक वो खेल, आयुर्वेद और स्थानीय स्वराज्य सरकार में शामिल रहे। वो 1991 से 1998 तक स्वास्थ्य मंत्री (कैबिनेट रैंक में) भी थे। Myneta.info के अनुसार, रतन सिंह पाल ने अपने व्यवसाय को विधायक और वकील के रूप में बताया है। राम लाल ठाकुर की संपत्ति 4 करोड़ की है और उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं हैं।