हाथरस: पीड़िता के परिजनों से डीजीपी और अपर मुख्य सचिव गृह की मुलाकात, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दिया भरोसा
हाथरस। उत्तर प्रदेश में हुई हाथरस घटना के बाद विरोधी दलों की सियासत और दलित समाज का विरोध प्रदर्शन जारी है। यूपी में महिलाओं को खिलाफ अपराध करने वालों को कठोरतम सजा देने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद इस मामले पर सरकार की कार्रवाई जारी है। एसपी, डीएसपी समेत पांच पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद अब अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी एचसी अवस्थी गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे।
Recommended Video
पीड़िता के परिजनों से अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी ने बातचीत की और और उनका पक्ष जाना। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने परिजनों से बातचीत के बारे में बताते हुए कहा कि हमने उनको दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
इस मामले पर विरोधी दलों की सियासत जारी है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, सांसदों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस निकल चुके हैं। नोएडा डीएनडी पर उनको रोकने के लिए बैरिकेडिंग के साथ फोर्स की तैनाती की गई है। बसपा चीफ मायावती ने हाथरस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। सपा मुखिया अखिलेश यादव रविवार को लंदन से लौटेंगे जिसके बाद पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए हाथरस कूच करने की उनकी योजना है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को घर में नजरबंद किया गया है।
पीड़िता के गांव में मीडिया के जाने पर पाबंदी हटा लगी गई है लेकिन राजनेताओं के जाने पर अभी भी रोक है। शिवसेना नेता संजय राउत ने योगी सरकार से पूछा कि मीडिया को गांव जाने से क्यों रोका गया, अगर सरकार ने कुछ गलत नहीं किया है तो मीडिया को मत रोकिए। मीडिया पर लगाई गई रोक पर एसडीएम ने कहा कि एसआईटी टीम दो दिन के लिए गांव में पूछताछ करने गई थी, उनको काम में कोई बाधा न आए इसी उद्देश्य से मीडियाकर्मियों और जनप्रतिनिधियों को रोका गया था। एसआईटी टीम अब जांच के बाद जा चुकी है इसलिए मीडिया को अब वहां जाने दिया जा रहा है।