Karnal Medical College की कई छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न, ओटी टेक्निशियन पर लगा गंभीर आरोप
हरियाणा के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। ओटी टेक्निशियन पर कई छात्राओं के साथ गलत काम करने का आरोप है।
Karnal Medical College में एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। कथित यौन उत्पीड़न के मामले में मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के करनाल में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज की कई छात्राओं ने एक ओटी तकनीशियन पर यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पीड़ितों का आरोप है कि आरोपी काफी समय से ऑपरेशन थिएटर का टेक्निशियन उनका मानसिक और यौन उत्पीड़न कर रहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय में भेजी कंप्लेन
खबर के मुताबिक हरियाणा के करनाल में सरकारी मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल छात्रों के एक समूह ने ऑपरेशन थियेटर (ओटी) तकनीशियन पवन कुमार के खिलाफ यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं ने मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को सात पन्नों की शिकायत भी भेजी है। कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) भी इस मामले की जांच कर रही है। पीड़ित छात्रों के समूह ने शनिवार को कॉलेज परिसर में शिक्षा, तकनीकी, व्यावसायिक, चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी हरियाणा विधानसभा की समिति के सदस्यों के साथ भी इस मुद्दे को उठाया।
लड़कियों पर डीपनेक कपड़े पहनने का दबाव
इंडिया टुडे की छात्राओं ने समिति को सात पन्नों की शिकायत में कहा है कि ओटी टेक्नीशियन पवन कुमार काफी समय से उनका मानसिक और यौन उत्पीड़न कर रहा था। पत्र में कहा गया है, आरोपी महिलाओं को आपत्तिजनक मैसेज भेजते थे। जवाब न देने पर प्रताड़ित भी किया जाता था। छात्राओं को डीपनेक कट वाले कपड़े पहनने को कहा जाता था, ताकि उनकी ब्यूटी बोन दिखाई दे।
कैसे प्रलोभन देता था ?
शिकायत के मुताबिक, टेक्नीशियन बिना कुछ किए छात्राओं को घंटों ऑपरेशन थियेटर में बैठा कर रखता था। शिकायतकर्ताओं ने यह भी कहा कि पवन कुमार ने कथित तौर पर उन्हें पीजीआई में नौकरी दिलाने और उनकी बात मानने पर क्लास रिप्रजेंटेटिव (सीआर) बनाने का वादा कर लुभाने का भी प्रयास किया।
वृंदावन टूर पर साथ चलने का दबाव
छात्राओं ने विधानसभा कमेटी को बताया कि टेक्नीशियन की तरफ से भेजे गए मैसेज का जवाब नहीं देने पर उन्हें कई तरह से प्रताड़ित भी किया जाता था। पीड़ितों के अनुसार पवन कुमार ने 22 जनवरी से 26 जनवरी तक छह दिवसीय वृंदावन दौरे पर अपने साथ चलने का दबाव भी बनाया। हालांकि, पीड़ितों ने जाने से इनकार कर दिया।
मां-बाप से भी बड़ा शुभचिंतक !
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक पवन कुमार इमोशनल ब्लैकमेल करने की कोशिश करता था। खुद को कॉलेज में हमारा एकमात्र शुभचिंतक बताता था। पीड़ितों के मुताबिक पवन दावा करता था कि हमारे माता-पिता भी बच्चों की मेडिकल एजुकेशन के खिलाफ थे।" तालमेल बिठाने के नाम पर पवन उनसे तमाम बातों को शेयर करने का दबाव बनाता था।
कंप्लेन पर क्या कार्रवाई हुई
पीड़ित छात्राओं की शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए विधानसभा समिति की अध्यक्ष सीमा त्रिखा ने पैरामेडिकल के छात्रों को आश्वासन दिया कि जांच में दोषी पाए जाने पर तकनीशियन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीमा त्रिखा ने कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) को आरोपों की जांच करने और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया है। पैनल की सिफारिश पर कार्रवाई करते हुए, कॉलेज के अधिकारियों ने आरोपी ओटी ट्रेनर पवन को एक महीने की छुट्टी पर भेज दिया गया। पवन को शिकायतकर्ताओं से संपर्क करने या कॉलेज परिसर में प्रवेश करने से भी रोका गया है।
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