हरियाणा के मुख्यमंत्री बोले- हम प्रदर्शनकारी किसानों को मिलने के लिए न्यौता देंगे, अब वे वहां से हट जाएं
कुरुक्षेत्र। दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर कई सड़क मार्गों के पास महीनों से तंबू लगाकर बैठे किसान आंदोलनकारियों को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज फिर बयान दिया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, प्रदर्शन कर रहे किसान नेता की मांग पर हमने गौर किया है। हम उन्हें मुलाकात के लिए निमंत्रण देंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा,''इसके लिए मैंने पहले भी अपील की है और अब फिर अपील कर रहा हूं कि अब उन्हें वहां से हट जाना चाहिए।''
खट्टर बोले- आंदोलनकारी हट जाने चाहिए
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमारी सरकार ने हरियाणा में किसानों के हित में अनेक फैसले लिए हैं। हमारी किसान आंदलोन के विषय में पिछले दिनों प्रधानमंत्री से भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि कृषि कानून वापस लेने की घोषणा से अच्छा संदेश गया है और संसद के शीतकालीन सत्र में कानून वापस होने के बाद निश्चित ही किसान अपने घरों को लौट जाएंगे। तो अब कानून वापस लिए जा चुके हैं। ऐसे में आंदोलनकारी भी वहां से हट जाने चाहिए। यह अपील हम कर रहे हैं।''
इधर, टिकैत ने कहा- हम नहीं जा रहे
वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि किसान आंदोलनकारी अभी धरनास्थलों से नहीं लौटेंगे। उन्होंने कहा कि, हमारी एमएसपी का मुद्दा है.. और जो 700 से ज्यादा किसान मरे हैं..उनके परिजनों को भी न्याय दिलाना है। टिकैत ने कहा कि, 'यह अफवाह उड़ रही है कि किसान धरनास्थलों से जाने वाले हैं...हम नहीं जा रहे। सरकार से जवाब मांगेंगे। सरकार हमसे बात करे।''
सरकार एमएसपी का लाभ दे: मोर्चा
किसान नेता ने कहा कि हमें सरकार एमएसपी के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करने का मौका दे। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा के एक पदाधिकारी बोले कि, हमारी मांग है कि, सरकार किसानों को फसलों पर एमएसपी का लाभ दे। इसके लिए लिखित में वादा किया जाए।