मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन योजना: गुजरात सरकार की वजह से संवर रही है युवाओं की तकदीर
गांधीनगर: गुजरात सरकार युवाओं के लिए कई कल्याणकारी और छात्रवृत्ति योजनाएं चला रही है। इसका मकसद ये है कि आर्थिक रूप से कमजोर माता-पिता के बच्चे यदि बेहतर और उच्च शिक्षा पाना चाहते हैं, अपना करियर संवारना चाहते हैं तो वह इससे वंचित ना रहने पाएं। गुजरात सरकार की एक ऐसी ही महत्वपूर्ण योजना है, 'मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन योजना'। MYSY के नाम से भी लोकप्रिय इस योजना के जरिए जरूरतमंद और होनहार छात्र-छात्राओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री
युवा
स्वावलंबन
योजना
गुजरात
में
'मुख्यमंत्री
युवा
स्वावलंबन
योजना'
इसी
इरादे
के
साथ
चलाई
जा
रही
है,
ताकि
उच्च
शिक्षा
के
लिए
सबको
समान
सुविधाएं
और
अवसर
प्राप्त
हो
सके
और
कोई
भी
युवा
धन
के
अभाव
में
अपना
और
अपने
प्रदेश
और
राष्ट्र
के
भविष्य
निर्माण
में
योगदान
करने
से
पीछे
ना
रह
जाए।
राज्य
में
यह
योजना
2015
से
चल
रही
है
और
इसने
आर्थिक
रूप
से
कमजोर
हजारों
परिवारों
का
सहारा
बनने
का
काम
किया
है।
गांधीनगर के आदित्य रावल ने कहा,
मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन योजना के माध्यम से वित्तीय सहायता प्राप्त कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए बैंगलुरु में प्रवेश लिया। हमारी आर्थिक स्थिति खराब थी, इसलिए यदि इस MYSY के तहत सहायता नहीं होती, तो मुझे उच्च शिक्षा प्राप्त करने में बहुत कठिनाई होती।
युवाओं
को
शिक्षा
के
लिए
वित्तीय
सहायता
की
व्यवस्था
राज्य
के
पूर्ण
विकास
के
लिए
यह
बहुत
जरूरी
है
कि
प्रदेश
के
युवा
कुशल
और
शिक्षित
बनें।
राज्य
सरकार
विभिन्न
कल्याणकारी
योजनाओं
के
माध्यम
से
अपने
युवाओं
को
शिक्षित
और
कुशल
बनाने
का
प्रयास
कर
रही
है।
यह
'मुख्यमंत्री
युवा
स्वावलंबन
योजना'
इसलिए
लागू
की
गई
है,
ताकि
आर्थिक
रूप
से
कमजोर
या
दूरदराज
के
क्षेत्रों
का
कोई
भी
युवा
वित्तीय
संसाधनों
के
अभाव
में
अपनी
शिक्षा
को
बीच
में
ही
छोड़ने
के
लिए
मजबूर
ना
हो
जाए।
हजारों
युवाओं
की
संवरी
तकदीर
बनासकांठा
के
पालनपुर
के
रहने
वाले
जयकिशन
का
सपना
विदेश
जाकर
मेडिसिन
की
पढ़ाई
करने
का
था।
लेकिन,
उनके
परिवार
की
आर्थिक
स्थिति
ऐसी
नहीं
थी।
लेकिन,
वे
'मुख्यमंत्री
युवा
स्वावलंबन
योजना'
के
तहत
वित्तीय
सहायता
प्राप्त
करके
अपना
सपना
पूरा
करने
में
सफल
रहे।
कौन
हैं
इस
योजना
के
हकदार
?
गुजरात
सरकार
ने
इस
योजना
की
शुरुआत
वर्ष
2015
में
1,500
करोड़
रुपए
के
प्रावधान
के
साथ
की
थी।
प्रदेश
में
वर्ष
2021-22
में
मेडिकल,
इंजीनियरिंग
समेत
बाकी
तकनीकी
एवं
गैर-तकनीकी
पाठ्यक्रमों
में
65
हजार
से
अधिक
छात्रों
ने
विभिन्न
विश्वविद्यालयों
में
'मुख्यमंत्री
युवा
स्वावलंबन
योजना'
के
तहत
प्रवेश
लिया
है
और
298
करोड़
रुपए
की
छात्रवृत्ति
प्राप्त
की
है।
इस
योजना
के
तहत
विशेष
रूप
से
उच्च
शिक्षा
और
डिग्री
पाठ्यक्रमों
में
छात्रवृत्ति
से
अधिकांश
छात्रों
को
लाभ
मिला
है।
यह
सहायता
के
लिए
आवश्यक
सहायक
दस्तावेजों
के
साथ
ऑनलाइन
आवेदन
करना
होता
है।
6
लाख
की
वार्षिक
आय
सीमा
वाले
परिवार
ही
इस
योजना
का
लाभ
पाने
के
हकदार
हैं।
भूपेंद्र पटेल सरकार की ओर से इस वर्ष 'मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन योजना' के लिए बजट में 350 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है। आज की तारीख में गुजरात के हजारों युवाओं को इस योजना का लाभ मिला है, जिनकी वजह से उनके परिवारों की जिंदगी बदल गई है। उन्हें बेहतर जीवन जीने का मौका भी मिला है और परिवार की प्रतिष्ठा और मान-सम्मान बढ़ाने का अवसर भी प्राप्त हुआ है।