सवा 100 करोड़ से यहां देशवासियों के लिए तैयार होगा सीमा पर्यटन केंद्र, मंजूरी देने पाक बॉर्डर पहुंचे CM रूपाणी
बनासकांठा। गुजरात के बनासकांठा स्थित भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर नडाबेट में 125 करोड़ रुपए के खर्च से सीमा पर्यटन केंद्र तैयार किया जाएगा। यह राज्य का एकमात्र सीमा पर्यटन केंद्र होगा। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी इसके लिए निरीक्षण करने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर खुद गए। मुख्यमंत्री ने बताया कि, देशभर के पर्यटकों के लिए मानचित्र बनाकर यहां सीमा पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
भारत—पाकिस्तान सरहद का जीरो पॉईंट
बता दिया जाए कि, यहां चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट्स में से फेज-1 का काम लगभग 23 करोड़ रुपए के खर्च से पूरा होने की कगार पर है। जिसमें आगमन प्लाजा, पार्किंग, ऑडिटोरियम रिटेइनिंग वॉल और पीने के पानी की सुविधा के अलावा टॉयलेट ब्लॉक शामिल हैं। वहीं, फेज-2 के कार्यों पर 32 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। वहां के निर्माणाधीन परिसर का रूपाणी ने भी निरीक्षण किया है। उनका कहना है कि, यह गुजरात का एकमात्र सीमा पर्यटन केंद्र है, जो भारत-पाकिस्तान सरहद पर जीरो पॉईंट जैसा है। यहां लोगों के लिए सीमा-दर्शन की विभिन्न पर्यटन सुविधाएं होंगी।
2016 के दिसंबर महीने में हुई शुरूआत
नडाबेट में बॉर्डर टूरिज्म सेंटर (सीमा पर्यटन केंद्र) स्थापित करने की शुरूआत वर्ष 2016 के दिसंबर महीने में हुई थी। तब यहां बॉर्डर सिक्योरटी फोर्स (सीमा सुरक्षा बल) के जीरो पॉईंट को सीमा-दर्शन के तौर पर मान्यता दी गई। अब इसे बॉर्डर टूरिज्म की अलग से पहचान दिलाने हेतु राज्य सरकार कई प्रोजेक्ट्स चला रही है।
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1971 की लड़ाई के लिए भी चर्चित
बताया जाता है कि, 1971 की जंग के समय यहां से नगर पारकर तक पाकिस्तानी जमीन का हिस्सा बीएसएफ के जवानों ने जीतकर आगे बढ़ाया। अब ऐसी चीजों को देशवासी देख सकें, जान सकें। इस उद्देश्य से नडाबेट पर "बॉर्डर टूरिज्म" को विकसित किया जा रहा है।