गुजरात से चीकू देशभर में भिजवाने के लिए चली 100वीं 'किसान स्पेशल' रेल, 16 साल से बंद रूट भी शुरू हुआ
सूरत। गुजरात में किसानों ने इस बार बड़े पैमाने पर चीकू का उत्पादन किया है। दक्षिणी गुजरात के कई शहरों में चीकू की पैदावार हुई, अब यहां से चीकू को देश के बड़े शहरों में निर्यात किया जा रहा है। इसके लिए इंडियन रेलवे ने "किसान स्पेशल" रेल चलाई हैं। राज्य के अमलसाड स्टेशन को बिजनस डेवलपमेंट यूनिट में (बीडीयू) माल यातायात के हैंडलिंग स्टेशन के तौर पर शुरू किया गया है। वाहनों की आवाजाही के लिए रास्ता भी तैयार किया है। अमलसाड तथा दहाणू रोड से चीकू दिल्ली के आदर्श नगर तक भेजा जाता है। बताया गया है कि, अमलसाड से दिल्ली चीकू भेजने के लिए 100 "किसान स्पेशल" रेल का परिचालन हो रहा है।
16
साल
बाद
बंद
रूट
शुरू
हुआ,
चली
नई
रेल
पश्चिम
रेलवे
के
महाप्रबंधक
आलोक
कंसल
व
मुंबई
सेंट्रल
मंडल
प्रबंधक
जी.
वी.
एल.
सत्यकुमार
तथा
वलसाड
के
सीएमआई
गणेश
जादव
आदि
की
टीम
ने
कृषि
उत्पादों
को
बिना
देरी
और
बिना
रुकावट
के
अंतरराज्यीय
बाजारों
में
भिजवाने
हेतु
स्पेशल
मालगाड़ियां
चलवाई
हैं।
रेलवे
के
एक
अधिकारी
ने
बताया
कि,
यहां
का
रूट
16
साल
से
बंद
था,
जिसके
शुरू
होने
से
दक्षिण
गुजरात
के
किसानों
व
व्यापारियों
को
बड़ी
तसल्ली
हुई
है।
मुम्बई
रेल
मंडल
प्रबंधक
और
सीएमआई
के
प्रयासों
के
चलते
बंद
रूट
शुरू
हुआ
है।
उन्होंने
कहा
कि,
16
साल
बाद
28
जनवरी
को
पहली
बार
"किसान
स्पेशल"
अमलसाड
के
चीकू
लेकर
नई
दिल्ली
के
आदर्श
नगर
स्टेशन
तक
भेजी
गई
थी।
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इससे भी पहले पश्चिम रेलवे में इंदौर के पास लक्ष्मीबाई नगर और न्यू गुवाहाटी के बीच पहली "किसान स्पेशल" रेल 24 नवंबर को चलाई गई थी। उसके बाद अमलसाड स्टेशन से रेल के हालिया परिचालन ने 100 रेलों के आंकड़े को पार कर लिया। मुंबई मंडल द्वारा चीकू परिवहन के लिए अब तक 100 "किसान स्पेशल" रेल चला दी गई हैं। वेस्टर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि, महाराष्ट्र के दहानू एवं घोलवड और वलसाड, उदवाडा, चिखली, नवसारी, अमलसाड क्षेत्र के कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी वर्गों को "किसान स्पेशल" रेल का फायदा मिल रहा है।
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"किसान स्पेशल" रेलों के संचालन से 'ऑपरेशन ग्रीन्स स्कीम्स टोमैटो, ओनियन एंड पोटैटो से लेकर सभी फल-सब्जियों तक को दूर-दूर तक पहुंचाया जा रहा है। इसके तहत किसानों को 50 पर्सेंट सब्सिडी योजना के तहत लाभ भी दिया जाता है। वहीं, 28 जनवरी से शुरू हुए चीकू-यातायात ने मार्च से तेजी पकड़ी है। इस यातायात के जरिए अब तक 7.6 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।