9000 हॉर्सपावर वाला रेल इंजन बनेगा यहां, ₹20000 करोड़ खर्च होंगे प्रोजेक्ट पर, मिलेंगे हजारों रोजगार
दाहोद। भारतीय रेलवे से जुड़ी बड़ी खबर है। अब देश के पास मालगाड़ियों में बेहद पावरफुल रेलवे इंजन होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि गुजरात के दाहोद में हाई स्पीड इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री शुरू होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इसका शिलान्यास करेंगे। पीएमओ की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है। बताय गया है कि, दाहोद में 9000 हॉर्स पावर की क्षमता वाला हाई स्पीड इलेक्ट्रिक रेल इंजन बन सकेगा।
दाहोद के वर्कशॉप में बनेंगे पावरफुल रेल इंजन
9000 हॉर्स पावर की क्षमता वाला हाई स्पीड इलेक्ट्रिक रेल इंजन बनाए जाने की यह परियोजना हजारों करोड़ की लागत से परवान चढ़ेगी। बताया जा रहा है कि, जो इंजन दाहोद स्थित वर्कशॉप में तैयार होगा, उससे 4500 टन की मालगाड़ी 120 की स्पीड से दौड़ सकेगी। दाहोद का वर्कशॉप करीब 90 साल पुराना है। 67 एकड़ में फैला दाहोद रोलिंग वर्कशॉप 1931 से है। यहां इंजनों की पीरियोडिक ओवरहॉलिंग की जाती है। इस वर्कशॉप में 30 नए WAG7 इंजन भी असेम्बल किए जा चुके हैं।
परियोजना पर ₹20 हजार करोड़ होंगे खर्च
दाहोद रेलवे वर्कशॉप के अधिकारियों का कहना है कि, दिल्ली-मुंबई मुख्य रेलवे लाइन पर स्थित दाहोद कार्यशाला पश्चिम रेलवे की सबसे पुरानी कार्यशाला है और यहां विभिन्न प्रकार के इंजनों, वैगनों, मेमू और डेमू आदि का रख-रखाव किया जाता रहा है। देश में उच्च हार्स पावर और अधिक गति वाले इंजनों की जरूरत को देखते हुए अब यहां 9000 हॉर्स पावर की क्षमता वाला इंजन (हाई स्पीड फ्रेट लोकोमोटिव) बनाया जाएगा। इसे काम पूरा करने के लिए रेल मंत्रालय दाहोद वर्कशॉप को अपग्रेड कर प्रोडक्शन यूनिट में बदलने जा रहा है। मेक इन इंडिया अभियान के तहत इस परियोजना का अनुमानित खर्च करीब 20 हजार करोड़ रुपए है।
रेलवे के लिए 1200 इंजन बनाए जा सकेंगे
एक बड़ी रेलवे प्रोडक्शन यूनिट विकसित होने पर दाहोद में 1200 इंजन बनाए जाएंगे। भारत में जो ट्रेन अभी चलती हैं, उनके इंजन अभी उतने पावरफुल नहीं हैं। बल्कि, अब जो इंजन दाहोद में बनेगा, उस हाई स्पीड इंजन से ट्रेन की स्पीड दोगुनी हो जाएगी। 9000 एचपी इंजन 4500 टन कार्गो वाली मालगाड़ी चला सकेगा।
यहां बनने वाले नए इंजन से कंटेनर ट्रेनों की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा हो जाएगी। जो फिलहाल 60 से 90 किमी प्रतिघंटा है। रेलवे का दावा है कि, इससे करीब 11 हजार बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। यानी रेलवे में नौकरियां बढ़ेंगी।
प्रधानमंत्री के साथ आएंगे रेलमंत्री
इस हाई स्पीड इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दाहोद आ रहे हैं। वे दाहोद में रेलवे फैक्ट्री का निरीक्षण करेंगे। इससे पहले रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके त्रिपाठी ने 12 अप्रैल को अचानक दाहोद का दौरा किया था, वहीं रतलाम मंडल के डीआरएम विनीत कुमार भी मंगलवार को दाहोद आए।