रातें दीवारें ताककर बिताईं, जेल से भी विकट लगे वहां हालात: कोरोना से ठीक हो 101 दिन बाद लौटे भरतसिंह
अहमदाबाद। गुजरात में कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी अब घर लौट आए हैं। उन्हें कोरोना से मुक्त होने में लंबा वक्त लगा। वह एशिया के पहले ऐसे संक्रमित शख्स बन गए, जिनका हॉस्पिटल में 100 दिन उपचार चला। 101 दिनों के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भरतसिंह सोलंकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा- कोरोना ऐसी बीमारी है, जिससे उबरने में कई महीने लग गए।'
कांग्रेस नेता 101 दिन बाद कोरोना मुक्त होकर लौटे
''अस्पताल में जहां मैं रहा, वहां कई रातें तो दीवारें ताकते हुए बिताईं और वहां के हालात जेल से भी ज्यादा विकट लगे। यह तो मेरे शुभचिंतकों की दुआ और डॉक्टर एवं स्टाफ के रहते ही मुमकिन हुआ कि, मुझे यह नया जीवन मिला है। डॉक्टर मेरे लिए भगवान जैसे ही थे। उूपर वाले की कृपा से सिम्स अस्पताल में ही मेरी जान बची। मैं कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ताओं का भी अभिवादन करता हूं, जिन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की।''
भरतसिंह सोलंकी ने बताया- कैसे कटे दिन रात
''अब मैं सही-सलामत वापस लौटा हूं, उक्त अस्पताल के डॉक्टर्स ने अमरीका के डॉक्टर्स के संपर्क में रहकर जिस तरह मेरा इलाज किया वो कहीं और होना मुमकिन नहीं था। हालांकि, इतने ज्यादा समय अस्पताल में रहना काफी बोझिल लगा। वहां मुझे रेमडेसीवीर समेत टोसिलीजुमाब इंजेक्शन लगाए जाते थे। साथ ही 7 जुलाई को मेरी प्लाजमा थैरेपी भी की गई थी और अस्पताल में लगातार एक्सरसाइज करवाई जा रही थी। इतना ही नहीं, इलाज के दौरान पेरेलाइज्ड भी हुआ, लेकिन डॉक्टर्स ने संभाल लिया।''
लोगों से कहूंगा मास्क पहनें, तभी बचेंगे कोरोना से
''आज मैं आपके बीच खड़ा हूं, चल फिर रहा हूं...अच्छा लग रहा है। किंतु अभी भी बहुत मुश्किले हैं, जो धीरे-धीरे दूर होंगी।''
लोगों को मास्क पहनने की सलाह देते हुए भरतसिंह आगे बोले कि, ''मुझे भी ऐसा लगता था कि मेरी इम्युनिटी ज्यादा है और मास्क की जरूरत नहीं है। लेकिन मैं गलत था। जब अस्पताल ले जाया गया और जिस तरह वहां दिन बीते.. तब मुझे समझ आया। मैं अब कहूंगा कि, अस्पताल में रहने से ज्यादा अच्छा है कि आप मास्क पहनकर कोरोना की चपेट में ही न आएं।''
23 जून को हुए थे अस्पताल में भर्ती
गौरतलब है कि, जून के महीने में गुजरात में हुए विधानसभा उपचुनाव के बाद भरतसिंह सोलंकी की तबियत बिगड़ी थी। उन्होंने अपनी जांच कराई तो कोरोना की पुष्टि हुई। जिसके बाद 23 जून को वह वडोदरा कोविड-19 स्पेशल अस्पताल में भर्ती हुए। वहां से एक सप्ताह के भीतर ही उन्हें अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल लाया गया। जहां रिकार्ड 101 दिन के उपचार के बाद अब वह खुद ही चलकर अपने घर लौटे हैं।