गुजरात में गौरक्षक को टैंपो से कुचलकर मार डालने के 10 आरोपी गिरफ्तार, अंतरराज्यीय तस्कर गैंग से जुड़े हैं सभी
वलसाड। गुजरात में वलसाड जिले के धरमपुर तालुका के रहने वाले विहिप के पूर्व अध्यक्ष हार्दिक कंसारा (29) की हत्या मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए सभी लोग अंतरराज्यीय पशु तस्करी गैंग से जुड़े हुए हैं। पुलिस का कहना है कि, इन लोगों ने हार्दिक कंसारा को धरमपुर-वलसाड मार्ग पर बम क्रीक पुल पर मवेशियों से लदे एक वाहन से कुचल दिया था, कंसारा वहां बतौर गौरक्षक निगरानी कर रहे थे। जबकि, ये सभी लोग रात के समय मवेशियों को कैद कर ले जा रहे थे।
पुलिस के अनुसार, हत्या के मामले में पकड़े गए सभी लोग असल में वलसाड के गांवों से पशुओं को खरीदते और पकड़ते थे, उसके बाद पशुओं को महाराष्ट्र ले जाकर चोरी-छिपे बेचते थे। उनकी गैंग के लोग भिवानी, अहमदाबाद और नासिक में खासा सक्रिय रहते हैं। वलसाड जिले के पुलिस अधीक्षक राजदीपसिंह जाला ने बताया कि, गौरक्षक हार्दिक कंसारा ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर पशु-तस्करों को रोकने के लिए शुक्रवार तड़के सड़क के बीचों-बीच ट्रक खड़ा कर दिया था। जब उन पशु-तस्करों ने देखा तो दोनों पक्षों में टकराव हुआ। आरोप हैं कि, पशु-तस्करों ने उसी दौरान हार्दिक कंसारा को अपने वाहन से कुचल दिया। इस घटना के बाद कंसारा को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि, मृतक कंसारा वलसाड जिला भाजपा अध्यक्ष के भतीजे भी थे। कंसारा के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के बारे में पुलिस ने कहा कि, कंसारा को कुचलकर भागने के बाद महाराष्ट्र नंबर का वाहन पुलिस ने घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर जा पकड़ा था। उसमें पशु भरे हुए थे। जिसे जब्त कर लिया गया। उसमें सवार लोग महाराष्ट्र जाने वाले रास्ते पर थे।गिरफ्तार किए गए उन लोगों की पहचान असगर अंसारी, जावेद शेख, जामिल शेख, खालिफ शेख (सभी भिवानी), वलसाड जिले के अंसार शेख, हसन अली, अली मुराद जमाल, धर्मेश अहीर, कमलेश अहीर और जयेश अहीर के तौर पर हुई है।