यूपी को मिलने वाला है एक और एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर से शामली तक इन 20 जिलों को आपस में जोड़ेगा
गोरखपुर, 04 जनवरी: जल्द ही उत्तर प्रदेश को एक और एक्सप्रेस-वे मिलने वाला है। यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर जिले से शामिले जिले तक करीब 500 किमी लंबा बनेगा। एक्सप्रेस-वे पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक सलाहकार नियुक्त किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर-सोनौली फोरलेन पर पीपीगंज से कैम्पियरगंज के बीच में बनेगा, जो संतकबीर नगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर समेत 20 से अधिक जिलों से होते हुए शामली तक जाएगा।
हालांकि, डीपीआर फाइनल होने के बाद ही प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे के फाइनल राउटर के बारे में सही पता चलेगा। हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे पंजाब-नार्थ-ईस्ट कॉरिडोर का हिस्सा है। जिसका निर्माण शुरू हो चुका है। ऐसा बताया जा रहा है कि अंबाला से शामली तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण 2024 में पूरा हो जाएगा। खास बात यह है कि यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर से शुरू होने वाला तीसरा एक्सप्रेसवे होगा। अभी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। इस लिंक रोड का करीब 40 फीसदी काम पूरा हो गया है। वहीं गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक 519 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे की डीपीआर का काम तेजी से चल रहा है।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बताया कि कैसे पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वह शाहजहांपुर में एक समारोह में बोल रहे थे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी। इस दौरान सीएम ने कहा कि 1947 से 2017 तक राज्य में सिर्फ एक एक्सप्रेस-वे बना, लेकिन उसके बाद से छह एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होने की उम्मीद है। इसे 36,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।
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मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव के पास तक जाएगा। शाहजहांपुर में वायु सेना के विमानों के आपातकालीन टेक-ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए एक्सप्रेसवे में 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी होगी। वहीं, गंगा एक्सप्रेसवे दिल्ली और प्रयागराज के बीच यात्रा के समय को घटाकर सिर्फ 7 घंटे करने के लिए तैयार है। इसे 26 नवंबर, 2020 को मंजूरी दी गई थी और यह 2024 तक यात्रा के लिए तैयार हो जाएगी।