गोरखपुर: गाय में दिखा लंपी वायरस का लक्षण,प्रशासन अलर्ट
देश भर में पशुओं में फैल रहा लंपी वायरस का लक्षण गोरखपुर के बेलघाट विकास खंड के बभनौली गांव की एक गाय में देखने को मिला है। पशुपालन विभाग के डॉक्टर पिछले 15 दिनों से इलाज कर रहे हैं, फिर भी गाय पूरी तरह से ठीक नहीं हुई ह
गोरखपुर,25 अगस्त: देश भर में पशुओं में फैल रहा लंपी वायरस का लक्षण गोरखपुर के बेलघाट विकास खंड के बभनौली गांव की एक गाय में देखने को मिला है। पशुपालन विभाग के डॉक्टर पिछले 15 दिनों से इलाज कर रहे हैं, फिर भी गाय पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है। इसके बावजूद सैंपल जांच के लिए नहीं भेजा गया। हालांकि, लंपी संक्रमण की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।संक्रमण को देखते हुए यूपी सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के साथ-साथ लंपी वायरस के फैलने से रोकने पर सख्त निर्देश दिए हैं।
क्या
है
लंपी
वायरस
दुधारू
मवेशियों
में
फैल
रहे
इस
बीमारी
को
'गांठदार
त्वचा
रोग
वायरस'
यानी
एलएसडीवी
कहा
जाता
है।
इस
बीमारी
की
तीन
प्रजातियां
हैं।
पहली
'कैप्रिपॉक्स
वायरस',
दूसरी
गोटपॉक्स
वायरस
और
तीसरी
शीपपॉक्स
वायरस।
लंपी
मक्खी
और
मच्छर
से
फैलने
वाला
वायरस
है।
यह
हैं
लक्षण
लगातार
बुखार
रहना,वजन
कम
होना,लार
निकलना,आंख
और
नाक
का
बहना,दूध
का
कम
होना,शरीर
पर
अलग-अलग
तरह
के
नोड्यूल
दिखाई
देना,शरीर
पर
चकत्ता
जैसी
गांठें
बन
जाना
यह
लंपी
वायरस
के
प्रमुख
लक्षण
हैं।
Gorakhpur: गोरखपुर के लाल ने ईरान में लहराया परचम,देश को दिलाया पदक
कैसे
फैलती
है
ये
बीमारी
मुख्य
पशु
चिकित्साधिकारी
वीपी
सिंह
ने
बताया
कि
लंपी
त्वचा
रोग
एक
ऐसी
बीमारी
है
जो
मच्छरों,
मक्खियों,
जूं
एवं
ततैयों
की
वजह
से
फैल
सकती
है।
मवेशियों
के
एक
दूसरे
के
संपर्क
में
आने
और
दूषित
भोजन
एवं
पानी
के
जरिए
भी
ये
दूसरे
जानवरों
में
फैल
सकती
है।
प्रशासन
ने
उठाया
यह
कदम
मुख्य
पशु
चिकित्साधिकारी
वीपी
सिंह
ने
बताया
कि
इसके
संक्रमण
को
रोकने
के
लिए
पशुओं
के
टीकाकरण
का
अभियान
चलेगा।साथ
ही
प्रशासन
ने
पशु
मेलों
पर
भी
रोक
लगा
दी
है।पशु
में
लक्षण
की
संभावना
है
तो
उसे
तुरंत
अन्य
पशुओं
से
दूर
करें।जहां
पशु
रहें,
वहां
साफ-सफाई
हो