पीएम मोदी आज गोरखपुर दौरे पर: एम्स समेत 3 मेगा प्रोजेक्ट्स का करेंगे उद्घाटन, 9,600 करोड़ की देंगे सौगात
पीएम मोदी आज गोरखपुर दौरे पर: 9,600 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की देंगे सौगात
गोरखपुर, 07 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (07 दिसंबर) को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले का दौरा करेंगे। पीएम मोदी यहां लोगों को एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और एक उर्वरक संयंत्र सहित कई परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी गोरखपुर के दौरे के दौरान 9,600 करोड़ रुपये से अधिक की राष्ट्रीय विकास परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। ये जानकारी पीएमओ द्वारा एक आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गई है। गोरखपुर में एम्स से न सिर्फ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों बल्कि पड़ोसी बिहार और यहां तक कि नेपाल को भी फायदा होगा।
जानें एम्स गोरखपुर के बारे में?
पीएमओ के मुताबिक एम्स को 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। परिसर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जुलाई 2016 को रखी गई थी। इसकी स्थापना प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत की गई है, जिसके माध्यम से देश में क्षेत्रीय असंतुलन को ठीक किए जा रहे हैं।
एम्स गोरखपुर 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा। उसमें मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, आयुष भवन, सभी कर्मचारियों के लिए आवासीय आवास, यूजी और पीजी छात्रों के लिए छात्रावास आवास आदि भी बनाया गया है। एम्स गोरखपुर में सभी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। पिछले सात सालों में देश के अलग-अलग हिस्सों में 15 एम्स की स्थापना की घोषणा पीएम मोदी ने की है।
फिर शुरू किया जा रहा उर्वरक प्लांट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर में फिर से हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (HURL) संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। जिसकी आधारशिला पीएम मोदी ने 22 जुलाई 2016 को रखी गई थी। 30 से अधिक वर्षों से ये प्लांट बंद पड़ा हुआ था। इसे लगभग 8,600 करोड़ रुपये की लागत से फिर से बनाया गया है। बयान में कहा गया है कि उर्वरक संयंत्र के पुनरुद्धार के पीछे यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री का विजन है।
Recommended Video
ये भी पढ़ें- भारत-रूस ने 28 समझौतों पर किए हस्ताक्षर, आतंकवाद और लद्दाख समेत कई मुद्दों पर चर्चा
RMRC की नई बिल्डिंग का भी पीएम करेंगे उद्घाटन
पीएम नरेंद्र मोदी आज गोरखपुर में आईसीएमआर-क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र (आएएमआरसी) की नई बिल्डिंग का भी उद्घाटन करेंगे। इलाके में जापानी इंसेफेलाइटिस / एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से निपटने में केंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।