Dussehra 2022:: सर्वधर्म समभाव का साक्षी बनी पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की शोभायात्रा
पीठाधीश्वर के नेतृत्व में शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर से निकली।सीएम योगी विशेष रथ में सवार हुए।रथ के चारों तरफ कड़ी सुरक्षा देखने को मिली।हालांकि पीठाधीश्वर जगह-जगह लोगों से मिलते रहे।उनसे बात की उन्हें आशीर्वाद दिया।सीएम य
गोरखपुर,4अक्टूबर: असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक गोरक्षपीठ की शोभायात्रा का शुभारंंभ पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व मेंं मंगलवार को हुआ।गोरखनाथ मंदिर में विजय रथ पर सवार पीठाधीश्वर योगी का अलग रुप देखने को मिला।सूबे के मुखिया सीएम योगी का यह रुप उपस्थित लोगों को आकर्षित कर रहा था।पूरा वातावरण अद्भुत था।हर जाति हर मजहब के लोग शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे।चारों तरफ समरता दिख रही थी।एक किलोमीटर लंबी यह शोभायात्रा पहले मानसरोवर मंदिर पहुंची,जहां सीएम योगी ने शिवलिंग की पूजा अर्चना की ।फिर वह रामलीला मैदान पहुंचे जहां प्रभु श्रीराम का राजतिलक किया। इस दौरान आस्था का जनसैलाब देखने को मिला।
जब रथ पर सवार हुए पीठाधीश्वर
पीठाधीश्वर के नेतृत्व में शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर से निकली।सीएम योगी विशेष रथ में सवार हुए।रथ के चारों तरफ कड़ी सुरक्षा देखने को मिली।हालांकि पीठाधीश्वर जगह-जगह लोगों से मिलते रहे।उनसे बात की उन्हें आशीर्वाद दिया।सीएम योगी बेहद प्रसन्न मुद्रा में नजर आ रहे थे।चेहरे पर मुस्कान झलक रही थी।हजारों की संख्या में लोग रथ के साथ-साथ आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान पीठाधीश्वर पारंपरिक वेशभूषा में नजर आए।
तुरही व नगाड़ों से गूंज उठा वातावरण
तुरही व नगाड़ों की ध्वनि शोभायात्रा को और शानदार बना रही थी।डमरु,नगाडों की आवाज के साथ शोभायात्रा की शुरुआत हुई ।विजय रथ के आगे इसकी ध्वनि के साथ शोभायात्रा धीरे-धीरे मानसरोवर मंदिर के लिए प्रस्थान कर रही थी।चारों तरफ सिर्फ केसरिया रंग ही नजर आ रहा था।
शोभायात्रा में उमड़े श्रद्धालु
शोभायात्रा में गोरखनाथ मंदिर से लेकर रामलीला मैदान तक भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।घर की छतों,खिड़कियों से भी महिलाएं बच्चे शोभायात्रा को निहार रहे थे।सड़क के किनारे एक टक लगाए लोग पीठाधीश्वर की एक झलक पाने को बेताब दिखे।आस्था का जन सैलाब इस यात्रा में देखने को मिला।
चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस
सूबे के मुख्यमंत्री,देश के लोकप्रिय नेता और हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा भी बेहद कड़ी रही।चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही।पुलिस टुकड़िया विजय रथ के चारों तरफ मुस्तैद दिखीं। इस दौरान 100 सिपाही, दो कंपनी पीएसी, एक कंपनी आरएएफ, एक कंपनी एसएसबी के अलावा एटीएस कमांडों मौजूद रहे।गोरखनाथ से मानसरोवर मंदिर तक पुलिस की 65 टीमें लगाई गयी थी। प्रत्येक टीम में एक दरोगा और आठ सिपाही तैनात थे।
अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने लिया पीठाधीश्वर का आशीर्वाद
इस दौरान हर वर्ग के लोग यात्रा में शामिल हुए।सिर्फ शामिल ही नहीं हुए उनका अपने पीठाधीश्वर के प्रति समर्पण व लगाव भी दिखा।वह उनसे मिलने के लिए उत्सुक दिखे।सीएम योगी ने भी उन्हें निराश नहीं किया।पास बुलाकर बात की व प्रसाद दिया।
अधर्म पर धर्म की विजय की प्रतीक है शोभायात्रा
गोरक्षपीठ से जुड़े भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष बृजेश मणि मिश्र बताते हैं कि शोभायात्रा अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है।सत्य की हमेशा जीत होती है।इस जीत का प्रतीक है।समरसता व सद्भाव का प्रतीक है।