'मुझे लगा था TMC सेक्युलर है...' तीन महीने में ही गोवा में पूर्व MLA ने छोड़ी ममता बनर्जी की पार्टी
पणजी, 24 दिसंबर: गोवा विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए ममता बनर्जी की पार्टी ने कांग्रेस से भी पंगा ले लिया है और राजनीतिक मित्र अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को भी नाखुश कर दिया है। पिछले कुछ महीनों से टीएमसी नेताओं ने गोवा की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए बंगाल की खाड़ी के तट से अरब सागर के तट तक ताबड़तोड़ दौरे किए हैं। लेकिन, शुक्रवार को गोवा में टीएमसी को पहला झटका लगा है। तीन महीने पहले पार्टी में शामिल होने वाले सबसे पहले नेताओं में से एक ने ना सिर्फ उससे इस्तीफा दे दिया है, बल्कि उसपर गोवा के धर्मनिर्पेक्ष ताने-बाने को बिगाड़ने का आरोप लगाया है और सांप्रदायिक पार्टी करार दिया है।
पूर्व एमएलए लावू मामलेदार टीएमसी छोड़ी
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के करीब तीन महीने बाद ही गोवा के पूर्व विधायक लावू मामलेदार ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सबसे बड़ी बात ये है कि उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाया है और कहा है कि टीएमसी गोवा विधानसभा चुनावों से पहले वोट के लिए हिंदुओं और ईसाइयों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। पोंडा के पूर्व विधायक ने सितंबर महीने के आखिर में ही ममता की पार्टी ज्वाइन की थी। वे गोवा के उन चुनिंदा शुरुआती नेताओं में से हैं, जिन्होंने तृणमूल की सदस्यता ली थी। फरवरी, 2022 में होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में टीएमसी इस बार वहां की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
'मुझे लगा था टीएमसी सेक्युलर पार्टी है...'
मामलेदार ने पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी पर यह भी आरोप लगाया है कि वह राज्य में महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजना के नाम पर लोगों का डेटा जुटा रही है, जिसे वह चुनाव जीतने के बाद पूरा करने का दावा कर रही है। टीएमसी से इस्तीफा देने के बाद मामलेदार ने कहा, 'मैं टीएमसी में इसलिए शामिल हुआ था, क्योंकि मैं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी के प्रदर्शन (इस साल अप्रैल-मई में हुए चुनाव) से पूरी तरह से प्रभावित था। ' उन्होंने आरोप लगाया कि, 'मुझे लगता था कि टीएमसी पूरी तरह से एक सेक्युलर पार्टी है। लेकिन, पिछले 15-20 दिनों से मैंने जो नोटिस किया है, मैं जान गया हूं कि यह बीजेपी से भी बुरी है।'
'टीएमसी एक सांप्रदायिक पार्टी है'
तृणमूल कांग्रेस ने गोवा में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ चुनाव-पूर्व गठबंधन किया है और मामलेदार 2012 से लेकर 2017 तक उसी के विधायक थे। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि टीएमसी राज्य में हिंदुओं और ईसाइयों को बांटने की कोशिश कर रही है। वे बोले, 'अपने चुनाव-पूर्व गठबंधन के तौर पर वह चाहती है कि ईसाई वोट टीएमसी को जाए और हिंदू वोट एमजीपी को......टीएमसी एक सांप्रदायिक पार्टी है, जो धर्मनिर्पेक्ष ताने-बाने को तोड़ने की कोशिश कर रही है।'
महिलाओं को 5,000 रुपये देने के वादे में खेला ?
उन्होंने गृह लक्ष्मी स्कीम के नाम पर लोगों के जो आंकड़े जुटाने का टीएमसी पर आरोप लगाया है, उसके बारे में कहा है, 'हमने पाया है कि इसने पश्चिम बंगाल में जो लक्ष्मी भंडार स्कीम शुरू किया है, उसमें सिर्फ 500 रुपये दिए जाते हैं....जबकि गृह लक्ष्मी स्कीम के तहत वो (गोवा की) महिलाओं को 5,000 रुपये देने का वादा कर रहे हैं, जो कि लगभग असंभव है। इस योजना का वादा पूरी तरह से सिर्फ गोवा से डाटा जुटाने के लिए किया गया है। '