प्रियंका गांधी में नेतृत्व करने के सभी गुण, वो हों तो कांग्रेस की 2024 में नैया पार हो जाएगी: माधव सिंह सोलंकी
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गांधीनगर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के समर्थन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के लगातार बयान आ रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर एवं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बाद गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी ने भी प्रियंका को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की वकालत की है। सोलंकी ने गुजरात नेतृत्व को अक्षम बताते हुए इसमें बदलाव की इच्छा जताई। सोलंकी ने कहा, 'प्रियंका गांधी के पास नेतृत्व करने के सभी गुण हैं। वो एक ऐसा चहरा हैं कि उनकी अगुवाई में 2024 में कांग्रेस की नैया पार हो सकती है।''
माधव सिंह सोलंकी ने प्रियंका गांधी की वकालत की
सोलंकी ने अपनी राय देते हुए आगे कहा, 'मेरा मानना है कि वो सबसे अच्छी च्वॉइस हो सकती हैं। मैंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनके भाषण सुने हैं। अभी तक के अनुभव से प्रियंका को जनता से अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है।'
'इंदिरा गांधी का जबरदस्त प्रभाव था, ऐसे ही चेहरे की दरकार है'
अपने जमाने को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पहले इंदिरा गांधी का जबरदस्त प्रभाव था, राजनीति व प्रशासन में ऊपर से नीचे तक जुड़ाव अच्छा था। इसीलिए इंदिरा के समक्ष जो भी मांग या समस्या आती वे तुरंत उसे हल करा देती थीं, उस दौर में ही गुजरात में कई बड़ी व अच्छी योजनाएं आ सकीं। अत: अब पार्टी को प्रियंका के बारे में सोचना चाहिए।'
कौन हैं माधव सिंह सोलंकी
माधव सिंह सोलंकी पूर्व केंद्रीय मंत्री व गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के पिता हैं। वह वर्तमान अध्यक्ष अमित चावडा के रिश्तेदार भी हैं। राज्य की राजनीति में उनका अच्छा प्रभाव रहा है। मंगलवार को गांधीनगर में उन्होंने अपने 94वें जन्म दिन पर आयोजित कार्यक्रम में प्रियंका गांधी को लेकर इच्छा जाहिर की।
गांधीनगर में मनाया 94वां जन्मदिन
94वें जन्म दिन वाले कार्यक्रम में माधव सिंह के साथ उनके पुत्र भरत सिंह सोलंकी भी थे। माधव सिंह ने गुजरात और केंद्र के मौजूदा नेताओं को कमजोर बताया। कहा कि अगर कांग्रेस में कोई गुटबंदी नहीं होती तो 2017 में गुजरात में कांग्रेस की सत्ता होती। पिछले दो लोकसभा चुनावों में देखा गया है कि, पार्टी कमजोरी की तरफ आगे बढ रही है, कांग्रेस के नेताओं के पास अब भी समय है। वे प्रियंका को लेकर सोचें।
मोदी के बाद गुजरात में सबसे ज्यादा सत्ता में रहे
माधव सिंह गुजरात में नरेंद्र मोदी के बाद सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले लीडर भी हैं। उनका कहना है कि 1995 के बाद से राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने का मुख्य कारण गुटबंदी और प्रबल नेतृत्व की कमी रही।