Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान का हाल-बेहाल, सरकार बेच रही दूतावास, लोग थैलियों में भर रहे हैं LPG
पाकिस्तान का हाल दिन-प्रतिदिन बेहाल होता जा रहा है। आर्थिक हालात अब इतने नाजुक हो गये है कि पाकिस्तान दिवालिया घोषित हो जाये तो कोई आश्चर्य नहीं।
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान पिछले कई महीनों से आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जबकि देश में राजनीतिक अराजकता के कारण देश का माहौल खराब होता जा रहा है। यह बात हम नहीं बल्कि पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल सैयद असीम मुनीर ने कही है। साथ ही देश को इन समस्याओं से बाहर निकालने के लिए एक राष्ट्रीय सहमति बनाने की भी बात कही है।
साल 2022 के अप्रैल महीने में वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की लगभग 34 प्रतिशत आबादी केवल 3.2 डॉलर यानि 588 पाकिस्तानी रुपये प्रतिदिन की आय पर अपना जीवन जीने को मजबूर है। वहीं निम्न आय वर्ग की आबादी अपनी कुल आय का लगभग 50 प्रतिशत तो खाने पर ही खर्च कर देती हैं। अब हालात ऐसे हो गये हैं कि लोग वहां रसोई गैस को प्लास्टिक की थैलियों में भर रहे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान अपने यहां के जानवरों (शेर, बाघ, गधा और कुत्ता) को बेचकर कमाई कर रहा है।
पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज
पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि कभी भी इस देश में गृहयुद्ध की स्थिति बन सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जून 2013 में पाकिस्तान पर 44.35 अरब डॉलर का कर्ज था। वहीं अप्रैल 2021 में कुल कर्ज 90.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया। जबकि इस साल 2022 में पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट आई है। फरवरी 2022 में पाकिस्तान विदेशी मुद्राभंडार 16 अरब डॉलर था। जोकि जून के पहले हफ्ते में यह 10 अरब डॉलर पहुंच गया और अगस्त में 7.83 अरब डॉलर पर आ गया। साल की समाप्ति तक यह 5.8 अरब डॉलर रह गया है। एक आंकड़े के मुताबिक अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए पाकिस्तान को कम से कम 36 अरब डॉलर की जरुरत हैं।
डिफॉल्टर हो सकता है पाकिस्तान
पिछले सप्ताह ही पाकिस्तान के केंद्रीय वित्त मंत्री इसहाक़ डार ने स्टॉक एक्सचेंज के समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि आर्थिक दृष्टि से मुश्किल परिस्थितियां जरूर हैं, मगर पाकिस्तान के दिवालिया होने की कोई आशंका नहीं है। वित्त मंत्री का कहना था, "हम हर दिन सुनते हैं, पाकिस्तान डिफॉल्टर हो जायेगा? कैसे हो जायेगा? आप लोग पूंजी निवेश करें, तथाकथित चिंतकों की बातों पर ध्यान न दें।"
आने वाले समय में पाकिस्तान को तुरंत कर्ज अदायगी के लिए कम से कम 30 से 32 अरब डॉलर की जरूरत है। जबकि उसके केंद्रीय बैंक में फॉरेन एक्सचेंज मात्र 6 अरब डॉलर के करीब बचा है। उसमें से भी अधिकतर चीन, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सऊदी अरब जैसे देशों से इस शर्त पर लिया कर्ज है कि पाकिस्तान इसे कभी खर्च नहीं करेगा। तो क्या इसका मतलब यह निकाला जा सकता है कि आयात के लिए उपलब्ध डॉलर के कम होने की वजह से पाकिस्तान विदेशी कर्जों पर डिफॉल्ट कर सकता है?
इन पांच तथ्यों से समझें पाकिस्तान में क्या हैं हालात
थैलियों में बिक रही LPG गैस - आर्थिक हालात इतने बुरे हो गए हैं कि पाकिस्तान में रसोई गैस अब प्लास्टिक की थैलियों में बिक रही है। LPG की कीमत आम लोगों की पहुंच से काफी दूर हो गई है। यहां प्लास्टिक की थैलियों में जमा रसोई गैस बेची जा रही है। पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में यह खतरनाक काम खूब धड़ल्ले से चल रहा है, जिसके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यह एक चलता फिरता बम है जो जरा सी लापरवाही के कारण बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सिंध, पंजाब और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के कई शहरों में रसोई गैस बिल्कुल नहीं मिल रही है। जबकि पाकिस्तान के बड़े शहरों जैसे कि कराची, लाहौर, हैदराबाद, मुल्तान, पेशावर और रावलपिंडी में हर दिन कई घंटों के लिए गैस सप्लाई बाधित रहती है।
शेर, बाघ, गधा और कुत्ता बेच रहा पाकिस्तान
साल 2022 के अक्टूबर महीने में एक खबर आई कि चीन का कर्ज चुकाने के लिये पाकिस्तान उसे गधे और कुत्ते बेचेगा। पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने एक संसदीय समिति को जानकारी दी थी कि चीन ने पाकिस्तान से गधों और कुत्तों को खरीदने में रुचि दिखायी है। अधिकारियों ने संसदीय समिति को यह भी बताया है कि पाकिस्तान इसके जरिये एक बड़े आर्थिक संकट से उबरने की कोशिश कर रहा हैं। साथ ही कर्ज में डूबे पाकिस्तान ने अपने चिड़ियाघरों में बंद शेर और बाघ को भी बेचने के लिए अगस्त महीने में बोली लगवाई थी, क्योंकि सरकार उनके खर्चे तक नहीं उठा पा रही है। यह फैसला लाहौर स्थित चिड़ियाघर की तरफ से उठाया गया है। बिक्री में शेरों सहित बाघ और जगुआर भी शामिल हैं। जिसकी कीमत पाकिस्तानी मुद्रा में डेढ़ से दो लाख रुपये आंकी गयी हैं।
सरकारी कंपनियां और एसेट्स बेचेगी पाकिस्तान सरकार
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक अब पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड, ऑयल गैस डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड और मुरी गैस कंपनी सबसे पहले बेचने की तैयारी में हैं। दरअसल साल मई 2022 में UAE ने पाकिस्तान को और कर्ज देने से साफ मना कर दिया था। UAE ने कहा था कि पाकिस्तान पहले का ही कर्ज नहीं लौटा पा रहा है। इसलिये पाकिस्तान कैबिनेट ने एक विधेयक को मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब सरकार गवर्नमेंटल एसेट्स को बेच सकेगी। एक अनुमान के मुताबिक, शरीफ सरकार इन कंपनियों को बेचकर 2 से 2.5 अरब डॉलर हासिल कर सकती है। इससे डिफॉल्ट होने का संकट कुछ महीनों के लिए टल सकता है।
दूतावास बेचने की तैयारी में पाकिस्तान
दरअसल बीते महीने ही पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने अमेरिका के वाशिंगटन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास की बिल्डिंग को बेचने के लिए मंजूरी दे दी है। हालांकि, अभी तक यह किसी को बेचा नहीं गया है लेकिन इसे खरीदने के लिए दो देशों के लोगों ने बोली लगाई है। पाकिस्तान के अखबार द डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बिल्डिंग की सबसे ज्यादा बोली इजरायल के एक ग्रुप ने लगाई है और उसके बाद भारत के ग्रुप का नंबर है। इजरायल के ग्रुप ने 68 लाख डॉलर की बोली लगाई है, जबकि भारत के ग्रुप की तरफ से 50 लाख डॉलर की बोली लगाई गई है।
जमीन पर बैठकर दे रहे हैं परीक्षा
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स (PIDE) द्वारा 2022 में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के 31 प्रतिशत से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं। जबकि पाकिस्तान की करीब 60 फीसदी आबादी 30 साल से कम उम्र की है, मौजूदा बेरोजगारी दर 6.9 प्रतिशत है। वहीं बीते दिनों इस्लामाबाद पुलिस ने कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया के लिए 1,667 रिक्तियों का विज्ञापन निकाला था। इसके लिए पूरे पाकिस्तान से 32 हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने फॉर्म भरा और लिखित परीक्षा में हिस्सा लिया। खास बात यह है कि इन सभी की परीक्षा एक ग्राउंड में जमीन पर बैठाकर ली गई। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। दरअसल सरकार के पास इतने पैसे नहीं है कि वो किसी बिल्डिंग को हायर कर इनकी परीक्षा लें। इसलिये एक ग्राउंड में बैठाकर ही सबकी परीक्षा लेने का मामला सामने आया था। हालांकि, पाकिस्तान सरकार की ओर से इस मामले में कोई पुष्टि या जानकारी नहीं दी गयी है।
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