अगर बेड पर मर्जी से भी हो सबकुछ..फिर भी महिलाएं
नई दिल्ली। जी हां यही बात निकलकर सामने आयी है ऑस्ट्रेलियायी शोधकर्ता ऑथर रॉबर्ट डी के नयी स्टडी में, जिसमें कहा गया है कि अगर रिलेशनशिप महिलाओं की मर्जी से भी बने फिर भी महिलाओं को उदासी का भाव होता है।
मोटापा मैरड लाइफ का खलनायक नहीं बल्कि नायक है.....
महिलाएं क्षणिक सुख के बाद कई दिनों तक अपसेट रहती हैं। इसलिए अगर कोई पति अपनी नई शादी-शुदा पत्नी के इस रवैये से परेशान है तो वो ना हो।
महिलाओं को होता है उदासी का भाव
शोध ने दावा किया है कि ऐसा महिलाओं को इमोशनल चेंज के कारण होता है जो कि परेशानी का कारण नहीं है लेकिन यह परेशानी अगर बढ़ जाये तो महिलाओं को मेडिकल मदद लेनी चाहिए।
अश्लील वेबसाइटों के प्रति बढ़ी मर्दों की दीवानगी, नये सर्वे में खुलासा
यह शोध 230 महिलाओं के ऊपर किया गया जिसमें 5 प्रतिशत महिलाओं ने ऐसे लक्षणों को बीते चार हफ्तों में महसूस किया जबकि 46 प्रतिशत महिलाओं ने इसे जिंदगी में कम से कम एक बार महसूस किया।