अगले वर्ष भारत करेगा G20 की मेजबानी, जानिए क्या है G20 और इसके सदस्य देशों की कुल जीडीपी (GDP)
G20 2023 summit: वर्ष 2023 में G20 शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित होना है। इस सम्मेलन के लोगो, थीम, और वेबसाइट का प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा लांच किया।
विदेश मंत्रालय ने यह बताया कि भारत 1 दिसंबर को G20 की अध्यक्षता संभालेगा। भारत के पास G20 नेतृत्व के दौरान अंतरराष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का बड़ा अवसर है।
विदेश मंत्रालय ने आगे की जानकारी देते हुए यह भी कहा कि "G20 लीडर्स समिट 2023 में 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इसमें बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूएई को अतिथि देश के तौर पर शामिल किया गया है।
इस
साल
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G20
शिखर
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प्रधानमंत्री
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पिछले साल इटली में हुए G20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने 'वन वर्ल्ड वन हेल्थ' का विचार पेश किया था। उन्होंने कहा था कि भारत अगले साल तक 5 बिलियन कोविड-19 वैक्सीन डोज बनाने की राह पर चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को 'फार्मेसी ऑफ वर्ल्ड' भी कहा और इस बात पर भी ज़ोर डाला कि भारत ने मुश्किल परिस्थितियों में कैसे 150 देशों को दवाइयां पहुंचाई।
2020 में शिखर सम्मेलन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों के लिए 2030 एजेंडा के महत्व को रेखांकित किया, जिसका उद्देश्य 'किसी को पीछे नहीं छोड़ना' है। उन्होंने कहा कि भारत आगे बढ़ने के लिए 'रिफॉर्म-परफॉर्म-ट्रांसफॉर्म' रणनीति में इसी सिद्धांत का पालन कर रहा है और विकास के प्रयास कर रहा है।
साल 2019 में जापान में आयोजित हुआ था। वहां पर प्रधानमंत्री मोदी ने 'ब्रिक्स' नेताओं के साथ एक अनौपचारिक बैठक की, जिसमें उन्होंने आतंकवाद और नस्लवाद को समर्थन के सभी माध्यमों को बंद करने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि "आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। यह न केवल बेगुनाहों को मारता है बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।"
क्या है G20 शिखर सम्मेलन?
G20, 20 देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है। यह आर्थिक, वित्तीय, जलवायु, सस्टेनेबल डेवलपमेंट, जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग का प्रमुख वैश्विक मंच है। G20 की शुरुआत 26 सितंबर 1999 को की गई थी। उस समय इसका गठन एशियाई वित्तीय संकट को देखते हुए वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए किया गया था। बाद में, अलग-अलग देशों की सरकार के प्रमुखों के स्तर पर इसे अपग्रेड किया गया।
फिलहाल इसमें 19 देशों सहित यूरोपीय यूनियन शामिल है। इन 19 देश में भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कैनेडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, साउथ कोरिया, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका शामिल है। इसके अलावा स्पेन, वर्ल्ड बैंक, संयुक्त राष्ट्र, अफ्रीकी संघ, और ASEAN स्थाई अतिथि है।
अभी तक कहां पर आयोजित हो चुका है G20 शिखर सम्मेलन
सबसे पहला G20 शिखर सम्मेलन 2008 में वॉशिंगटन में हुआ। दूसरा शिखर सम्मेलन 2 अप्रैल 2009 को लंदन में आयोजित हुआ था। लगभग इसी के 6 महीने बाद अमेरिका के पिट्सबर्ग में आयोजित हुआ था तीसरा शिखर सम्मेलन।
जून 2010 में टोरंटो ने चौथे शिखर सम्मेलन की मेजबानी की और नवम्बर 2010 में अगला आयोजन सिओल में किया गया। साल 2011 में फ्रांस के कान शहर को इसकी जिम्मेदारी दी गयी।
2012 का G20 शिखर सम्मेलन मेक्सिको में, 2013 में सैंट पीटर्सबर्ग और 2014 का सम्मेलन ब्रिस्बेन में हुआ। तुर्की और चीन में क्रमशः 2015 और 2016 के G20 शिखर सम्मेलन आयोजित हुए। वैश्विक आतंकवाद के मुख्य मुद्दे के साथ 2017 में G20 का आयोजन जर्मनी के हेमबर्ग में हुआ। 2018 और 2019 का शिखर सम्मेलन अर्जेंटीना और जापान द्वारा किया गया।
2020 का G20 सम्मेलन सऊदी अरब द्वारा आयोजित होना था लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस सम्मेलन का आयोजन वर्चुअली करना पड़ा। इटली के रोम में पिछले साल सम्मेलन हुआ था। इटली में हुए आयोजन के बाद अब बाली में होने जा रहा है इस वर्ष का G20 शिखर सम्मेलन जोकि 15 और 16 नवंबर को आयोजित होगा।
क्या है G20 देशों की GDP का हाल?
अगर यूरोपीय यूनियन को हटाकर देखे तो 19 देशों की कुल GDP (ग्रास डोमेस्टिक प्रोडक्ट) $76.6 ट्रिलियन होती है। G20 देशों में दुनिया की कुल 60% आबादी रहती है। यह देश वैश्विक इकोनामी में अपना 80% योगदान देते हैं, और वैश्विक एक्सपोर्ट में 75% भागीदारी इन देशों की ही है।
2022 में प्राप्त हुई GDP की जानकारी के मुताबिक अमेरिका की GDP ने तो उंचाई छू रखी है, $25.66 ट्रिलियन है, चीन की GDP $18.33 ट्रिलियन है, जापान की GDP भी कुछ कम नहीं है, उसकी GDP $6.1 ट्रिलियन है, जर्मनी की GDP भी $4.03 ट्रिलियन है, और फिर भारत की GDP $3.461 ट्रिलियन है।
ब्रिटेन की GDP $3.198 ट्रिलियन है, फ्रांस की GDP $3.06 ट्रिलियन के आसपास है, रूस की GDP भी $2.13 ट्रिलियन है, इटली की GDP $1.99 ट्रिलियन है, ब्राजील की GDP की बात करें तो वह $1.82 ट्रिलियन है, साउथ कोरिया की GDP $1.8 ट्रिलियन है, ऑस्ट्रेलिया की GDP $1.72 ट्रिलियन है, सऊदी अरब की GDP $1.5 ट्रिलियन है, मेक्सिको की GDP $1.4 ट्रिलियन है, इंडोनेशिया की GDP $1.29 ट्रिलियन है, साउथ अफ्रीका GDP तो $1.250 ट्रिलियन है, तुर्की की GDP भी $853 बिलियन है, अर्जेंटीना की GDP $630 बिलियन है। अगर यूरोपीय यूनियन की GDP की बात करें तो उसकी कुल GDP ₹16.6 ट्रिलियन है।
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