Rajamouli: सुपरहिट डायरेक्टर राजामौली की कोई फिल्म फ्लॉप नहीं, अब मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान
एसएस राजामौली ने अभी तक के अपने 23 साल के कैरियर में 12 फिल्में बनाई हैं। सारी ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही हैं। राजामौली को साल 2016 में पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है।
Rajamouli: सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक एस एस राजामौली (SS Rajamouli) की सुपरहिट फिल्म RRR एक के बाद एक रिकार्ड्स कायम कर रही है। गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में बाजी मारने के बाद अब 28वें क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड्स में भी फिल्म की झोली में दो अवॉर्ड आए हैं। इस बार RRR ने बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म के लिए क्रिटिक्स च्वॉइस अवॉर्ड जीता है। इसके अलावा फिल्म ने अपने गाने 'नाटू नाटू' के लिए 'बेस्ट सॉन्ग' का भी क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड्स जीता है।
इससे पहले मिनी ऑस्कर कहे जाने वले गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में भी 'नाटू नाटू' को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिल चुका है। गाने के म्यूजिक कम्पोजर एमएम किरावनी हैं जोकि हिंदी फिल्मों में भी कई सुपरहिट गाने कम्पोज कर चुके हैं। इस गाने को बेस्ट सॉन्ग (मोशन पिक्चर) की कैटगरी में नॉमिनेट किया गया था। एम एम किरावनी और एस एस राजामौली आपस में चचेरे भाई हैं।
इन तमाम उपलब्धियों के बीच RRR फिल्म को कुछ दिनों पहले अकेडमी अवॉर्ड्स यानि ऑस्कर्स की टीम को दिखाया गया था। उन्हें यह फिल्म इतनी पसंद आई कि उन्होंने स्टैंडिंग ओवेशन दिया। उस दौरान वहां जूनियर एनटीआर सहित राजामौली भी मौजूद थे। दोनों का स्वागत पूरी टीम ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ किया। जैसे ही फिल्म खत्म हुई, वहां मौजूद लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं और फिल्म की जमकर तारीफ की।
चार साल में बनी RRR कमाई में भी सबसे आगे
RRR को बनाने में राजामौली को चार साल लग गए थे। फिल्म की शूटिंग के लिए 100 एकड़ से ज्यादा जमीन किराए पर ली गई थी। जूनियर एनटीआर और राम चरण ने इस फिल्म में काम करने के लिए चार साल तक कहीं ओर काम नहीं किया था। RRR, 60 से अधिक देशों में रिलीज हुई थी। यह फिल्म दुनियाभर में लगभग 1200 करोड़ रूपये की कमाई कर चुकी है। जबकि OTT पर इस फिल्म को 325 करोड़ रुपयों में बेचा गया है।
राजामौली बन गए हिट फिल्म की गारंटी
राजामौली का पूरा नाम कोदुरी श्रीशैला श्री राजामौली है। अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई रेड्डी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से पूरी की। ये अलग बात है कि इंजीनियरिंग में उनका मन नहीं लगा और वह फिल्मों की दुनिया में चले आए। उनके पिता वी. विजयेंद्र प्रसाद तेलुगु फिल्मों के प्रसिद्ध निर्देशक एवं पटकथा लेखक हैं और उन्होंने 25 से अधिक हिट फिल्मों की पटकथा लिखी हैं, जिनमें बेटे राजामौली की कुछ फिल्में भी शामिल हैं। वर्ष 2022 में भारत के राष्ट्रपति ने वी. विजयेंद्र प्रसाद को राज्यसभा सदस्य के रूप में मनोनित किया है।
राजामौली ने ईटीवी पर के. राघवेंद्र राव के मार्गदर्शन में तेलुगु टीवी शो डायरेक्ट करना शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने टीवी सीरीज 'संथी निवासम' डायरेक्ट की। तेलुगु फिल्मों में डायरेक्टर के रूप में अपना पहला काम साल 2001 में आई फिल्म 'स्टूडेंट नंबर 1' को डायरेक्ट करके उन्होंने दिखाया। यह फिल्म बड़े पर्दे पर सुपर हिट साबित हुई। खास बात यह है कि डायरेक्टर के तौर पर राजामौली की इस पहली ही फिल्म में जूनियर एनटीआर ने बतौर हीरो काम किया। इसके अलावा 2003 में उन्होंने सिम्हाद्रि फिल्म बनाई। इस फिल्म में भी जूनियर एनटीआर ही हीरो थे।
इसके अलावा उन्होंने साई और छत्रपति नाम की फिल्में भी बनाई। इस फिल्म में उनके साथ प्रभास दिखे थे। इन दोनों ही फिल्मों ने बड़े पर्दे पर धमाल मचा दिया था। सबसे ज्यादा तहलका राजामौली के निर्देशन में बनी विक्रमरकुड्डू ने मचाया। इस फिल्म का रीमेक हिंदी में भी बना। जिसके बाद आई मक्खी, जिसे 2012 में बनाया गया। इस फिल्म के लिए डायरेक्टर ने फ्रिज में कई समय तक मक्खियों को रखा था और उनके हर मूवमेंट को नोटिस किया था। फिल्म में बतौर लीड किच्चा सुदीप थे।
राजामौली ने अपनी पहली पौराणिक फिल्म मलयालम एक्टर मोहनलाल के साथ प्लान की, लेकिन बाद में वह फिल्म ठंडे बस्ते में चली गयी। उन्हें प्रसिद्धि साल 2011 में अपनी फिल्म 'सिरुथाई' से मिली, जिसका बॉलीवुड में 'राउडी राठौर' के नाम से रीमेक भी बना। इसके बाद राजामौली ने बाहुबली: द बिगिनिंग और बाहुबली: द कन्क्लूजन डायरेक्ट की और इन फिल्मों ने उन्हें पूरे देश का चहेता निर्देशक बना दिया। इन दोनों फिल्मों ने मिलकर लगभग 2,460 करोड़ की कमाई करके देश में एक नया रिकॉर्ड बना दिया था।
बाहुबली ने बदली उनकी धार्मिक आस्था?
शुरुआत में ऐसा माना जाता था कि राजामौली नास्तिक है यानि ईश्वर को नहीं मानते। हालांकि साल 2015 में बाहुबली ने जब बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया तो राजामौली और उनकी पत्नी को प्राचीन हिमावद गोपाल स्वामी देवस्थानम में विशेष पूजा करते हुए देखा गया था। यह मंदिर भगवान कृष्ण का है और इसे दक्षिण के गोवर्धन गिरी के रूप में पूजा जाता है। उनका परिवार सहित मंदिर जाना एकदम हैरान करने वाला कदम था। मीडिया रिपोर्ट्स में चर्चा थी कि बाहुबली की सफलता ने राजामौली को आस्तिक बना दिया है। वही, RRR के प्रमोशन के दौरान भी जूनियर एनटीआर (Junior NTR), राम चरण (Ram Charan) और राजामौली ने अमृतसर जाकर स्वर्ण मंदिर में माथा टेका था।
जब बाहुबली को आधा कर छोड़ना चाहते थे प्रभास
राजामौली अपनी फिल्मों के बड़े सेट के लिए तो मशहूर है ही, साथ ही वो अपनी फिल्मों में ऐसी मॉडर्न तकनीक का इस्तेमाल करते है जो हॉलीवुड फिल्मों को टक्कर देती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाहुबली के प्रोडक्शन के वक्त राजामौली ने पूरी टीम को 5 साल के लिए एकदम रिजर्व कर लिया था। बाहुबली पार्ट 1 के दौरान राजामौली ने करीब 380 दिनों तक लगातार शूटिंग की थी, जोकि किसी भी फिल्म को बनाने में लगने वाले समय की संख्या से कई गुना अधिक है।
प्रभास ने इस बात का खुलासा किया था कि एक समय ऐसा भी आया था जब वह फिल्म छोड़ना चाहते थे। उन्होंने कहा, "250 दिनों के बाद मैंने कहा बस! बहुत हो गया।" उन्होंने बताया कि मैने राजामौली को कॉल किया और कहा, "मैं पागल हो गया हूं, अभी तक जितनी भी फिल्म तैयार हुई है मुझे वो देखनी है। जब मैंने क्लिप्स देखे तब मुझे विश्वास हुआ कि हां, सब ठीक हो जाएगा। मैं इतना प्रभावित हुआ कि मैं जरूरत पड़ने पर इस फिल्म को अपने सात साल तक देने के लिए तैयार हो गया था।"
राजामौली की फिल्मों में कॉस्ट्यूम डिजाइनर है पत्नी
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राजामौली की फिल्मों के लिए उनकी पत्नी रमा ही कॉस्ट्यूम डिजाइन करती हैं। दरअसल, एक दिन जब राजामौली किसी फिल्म पर काम कर रहे थे, तो उस दौरान वो अपने कॉस्ट्यूम डिजाइनर से काफी निराश थे। हालांकि, उन्हें ये नहीं समझ आ रहा था कि उन्हें कॉस्ट्यूम में क्या चीज पसंद नहीं आई। उस दौरान उनकी वाइफ ने तुरंत ये प्रॉब्लम सुलझा दी थी। राजामौली से शादी करने से पहले उनकी पत्नी रमा तलाकशुदा थी। वे म्यूजिक डायरेक्टर एमएम कीरावनी की पत्नी श्रीवल्ली की छोटी बहन है। वहीं, एसएस राजामौली के बेटे कार्तिकेय अपने पिता के पदचिन्हों को फॉलो कर रहे हैं। वे भी आजकल सिनेमाटोग्राफी के फील्ड में काम कर रहे है।
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