25 हजार इनाम घोषित होने के बाद पूर्व सपा विधायक के बेटे ने कोर्ट पहुंचकर किया आत्मसमर्पण
फर्रुखाबाद। विधायिका उर्मिला राजपूत के आरोपी पुत्र पंचशील राजपूत ने फतेहगढ़ की सीजेएम की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। पंचशील पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने के लिए पंचशील के पिता रामकृष्ण राजपूत व पत्नी उर्मिला राजपूत को हिरासत में लिया था, जिन्हें पंचशील के आत्मसमर्पण के बाद छोड़ दिया गया।

सोमवार को कचहरी फतेहगढ़ में दोपहर को एक शख्स बुलेट पर सवार हेलमेट लगाकर कोर्ट परिसर के मुख्य दरवाजे से आया और बुलेट को सीजेएम कार्यालय के बाहर खड़ी कर सीजेएम कोर्ट में प्रवेश किया। बाद में पता चला कि बुलेट से आया व्यक्ति पंचशील है। एक अगस्त से पुलिस पंचशील राजपूत की गिरफ्तारी के लिये उसे ढूंढ रही थी। लेकिन पुलिस का सूचना तंत्र जबाब दे गया। हद तो तब हो गयी जब पंचशील के कोर्ट में हाजिर होने की खबर के बाद भी पुलिस का एक भी सिपाही वहां नहीं पंहुचा।

आरोपी को जेल ले जाने में लगे तीन घंटे
कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद पंचशील को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिये गये। जिसके बाद तकरीबन तीन घंटे के इंतजार के बाद पुलिस पंहुची और पुलिस जीप से पंचशील को जेल भेजा गया। बीते गुरुवार को बढ़पुर निवासी बिल्डिंग मैटीरियल व्यवसायी नीतेश कटियार व उनके भाई मानव कटियार को उनकी दुकान पर ही गोलियां बरसाकर घायल कर दिया गया था।