बॉलीवुड को बर्बाद...सुशांत राजपूत की बहन ने रणबीर-आलिया की 'ब्रह्मास्त्र' फिल्म पर किया कटाक्ष
बॉलीवुड को बर्बाद...सुशांत राजपूत की बहन ने रणबीर-आलिया की 'ब्रह्मास्त्र' फिल्म पर निकाला गुस्सा
मुंबई, 11 सितंबर: रणबीर कपूर की मोस्ट अवेटेड फिल्म ब्रह्मास्त्र शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। जिसमें पहली बार वो अपनी एक्ट्रेस पत्नी आलिया भट्ट के साथ नजर आए हैं। फिल्म ब्राह्मास्त्र का बायकाट हुआ इसके बावजूद इस फिल्म नें जबदरस्त ओपनिंग की। ब्रह्मास्त्र को जमकर आलोचना भी मिल रही है वहीं अब दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की बहन मीतू सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ब्रह्मास्त्र पर कड़ी अलोचना करते हुए कमेंट किया है।
ब्रह्मास्त्र इस बॉलीवुड को नष्ट करने के लिए पर्याप्त है
पहले बता दें करण जौहर ने रणबीर कपूर और आलिया भट्ट अभिनीत ब्रह्मास्त्र ने अपने शुरुआती दिन में 36 करोड़ रुपये की कमाई करके बॉक्स ऑफिस पर उड़ान भरते हुए शुरुआत की है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की बहन मीतू सिंह इससे खुश नहीं हैं। उसने सोशल मीडिया पर धर्मा प्रोडक्शंस के प्रमुख पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि ब्रह्मास्त्र इस बॉलीवुड को नष्ट करने के लिए पर्याप्त है।
सुशांत की बहन ने अपनी इस पोस्ट में लिखा
इस बॉलीवुड को बर्बाद करने के लिए सुशांत का ब्रह्मास्त्र काफी था। बॉलीवुड हमेशा से ही जनता पर अपना राज चलना चाहता था। यह आपसी सम्मान और विनम्रता जैसे चीजों के लिए कभी नहीं रुकता।'
अर्जुन कपूर ने चाचा संजय कपूर का उड़ाया मजाक, "सर्वश्रेष्ठ सलाहकार" कहे जाने पर बोली ये बात
जनता का प्यार जीतने की उनकी दिखावे की कोशिश नाकाम हो रही है,
मीतू सिंह ने आगे लिखा
हम ऐसे लोगों को अपने देश का चेहरा कैसे बना सकते हैं जो नैतिक मूल्यों में इतना समृद्ध है? जनता का प्यार जीतने की उनकी दिखावे की कोशिश नाकाम हो रही है, जो कि दुखद है। क्वालिटी और नैतिक मूल्य ही केवल एक चीज है जो प्रशंसा और सम्मान जीतेगी।'
सुशांत कपूर की बहन पहले पर कर चुकी हैं तंज
यह पहली बार नहीं है जब मीतू सिंह ने बॉलीवुड खानदान पर तंज कसा है। कुछ हफ़्ते पहले, उन्होंने अर्जुन कपूर को उनकी फिल्मों के बहिष्कार का आह्वान करने वाले लोगों को साथ दिया था।
अर्जुन की एक वीडियो क्लिप शेयर कर मीतू ने लिखा थी ये पोस्ट
अर्जुन के साक्षात्कार की एक क्लिप साझा करते हुए, मीतू ने लिखा था कि यह अजीब है कि अर्जुन कैसे सोचता है कि वह लोगों की राय को बर्दाश्त कर रहा है जब यह दूसरी तरफ है। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र में रहते हैं और लोगों की राय मायने रखती है। उसने कहा कि उसकी आत्म-जागरूकता की कमी शर्मनाक है। उन्होंने आगे कहा कि इस देश के लोग असाधारण कला के नाम पर औसत दर्जे या बकवास के बीच अंतर करने के लिए पर्याप्त सक्षम हैं।