Grammy Award: भारत के Ricky Kej ने जीता तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड, रचा इतिहास
Ricky Kej wins third Grammy Award: भारतीय म्यूजिक कंपोजर रिकी केज ने लगातार दूसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड जीता है। रिकी केज का ये तीसरा ग्रैमी अवॉर्ड है और ऐसा करने वाले वो एकमात्र भारतीय बन गए हैं।
Grammy Awards 2023: भारतीय कंपोजर रिकी केज (Ricky Kej) ने तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। रिकी केज ने इस साल अपने एल्बम डिवाइन टाइड्स के लिए ग्रैमी जीता है। 65वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में केज ने अपनी एल्बम 'डिवाइन टाइड्स' के लिए रॉक लेजेंड स्टीवर्ट कोपलैंड के साथ बेस्ट इमर्सिव एल्बम का अवॉर्ड जीता है। रिकी केज का ये लगातार दूसरा ग्रैमी अवॉर्ड है। इससे पहले रिकी केज ने साल 2015 में ग्रैमी अवॉर्ड जीता था। केज तीन ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले एकमात्र भारतीय बन गए हैं।
रिकी केज ने सबसे पहले साल 2015 में ग्रैमी अवॉर्ड जीता था। ये ग्रैमी अवॉर्ड रिकी केज को एल्बम 'विंड्स ऑफ समसारा' (Winds of Samsara) के लिए बेस्ट न्यू एज एल्बम के लिए मिला था। साल 2022 में रिकी केज को दूसरी बार ग्रैमी मिला। 2022 का ग्रैमी अवॉर्ड्स रिकी केज को अपनी एल्बम 'डिवाइन टाइड्स' के लिए मिला था।
Indian music composer Ricky Kej bags 3rd Grammy award
"Just won my 3rd Grammy Award. Extremely grateful, am speechless! I dedicate this Award to India", tweets Ricky Kej
(Pic credits: Ricky Kej) pic.twitter.com/qUPKKDaW4y
— ANI (@ANI) February 6, 2023
रिकी केज कौन हैं?
रिकी केज एक भारतीय म्यूजिक कंपोजर हैं। रिकी केज ने संयुक्त राष्ट्र (UN) हेडक्वॉर्टर सहित कई प्रतिष्ठित जगहों पर परफॉर्मेंस दी है। रिकी केज ने दुनियाभर के 20 से अधिक देशों में कुल 100 अवॉर्ड जीते है। रिकी केज को उनके कामों के लिए यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल ह्यूमैनिटेरियन आर्टिस्ट और यूथ आइकॉन ऑफ इंडिया भी नामित किया गया है। रिकी केज को 2020 में GQ मैगजीन द्वारा GQ Hero के रूम में नामित किया गया था रिकी ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले भारत के सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं, और केवल चौथे भारतीय हैं।
बेंगलुरु के रहने वाले हैं रिकी केज
रिकी केज का जन्म 5 अगस्त 1981 को हुआ था। केज आठ साल की उम्र में बेंगलुरु में रह रहे हैं। केज ने बिशप कॉटन बॉयज़ स्कूल, बैंगलोर से अपनी स्कूली पढ़ाई की और ऑक्सफोर्ड डेंटल कॉलेज से डेंटिस्ट की डिग्री ली। उन्होंने इस क्षेत्र में करियर नहीं बनाया और इसके बजाय संगीत में अपना करियर चुना।
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