Kawardha शक्कर कारखाने में नौकरी लगाने ने नाम पर बाप-बेटे ने ठगे 17 लाख, मंत्री का बताया करीबी

कबीरधाम जिले में स्थित शक्कर कारखाने में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। यहां काम करने वाले संविदा कर्मी केमिस्ट ने अस्थाई कर्मचारियों को झांसे में लेकर लगभग 17 लाख रुपये का लगाया है। इस पूरे खेल में केमिस्ट का बेटा भी शामिल रहा, अब दोनों पिता पुत्र को पुलिस ने उड़ीसा से पकड़ा है।

मंत्री का करीबी बताकर बनाया शिकार
दरअसल कवर्धा स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल शक्कर कारखाना पंडरिया में मैन्युफैक्चरिंग विभाग में संविदा कर्मचारी के रूप में पदस्थ केमिस्ट अपने बेटे को सहकारिता मंत्री अमरजीत भगत का करीबी बताकर शक्कर कारखाने में काम करने वाले 14 अस्थायी कर्मचारियों को स्थाई करने और प्रमोशन देने का सपना दिखा रहा था। इस एवज में पिता पुत्र ने अलग अलग कर्मचारियों से 17 लाख भी वसूले हैं। लेकिन लम्बे समय से दोनों कर्मचारियों को गुमराह कर रहे थे। तब जाकर कर्मचारियों ने पुलिस से इसकी शिकायत कर दी।

पिता पुत्र को पुलिस ने उड़ीसा से पकड़ा
इस मामले में कारखाने में संविदा कर्मचारी के रूप में पदस्थ केमिस्ट दामोदर कर्ती और उसके बेटे को उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया है। कर्मचारियों की शिकायत पर पांडातराई पुलिस ने 1 दिसंबर को उड़ीसा रवाना हुई थी। इस मामले में दोनों को कवर्धा लाकर थाने में ही पूछताछ की गई। जिसमें आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार किया। आज दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल पुलिस के मुताबिक आरोपी दामोदर विक्रम नगर,तलिपरा जिला बरगड़ (उड़ीसा) का निवासी है।

14 कमर्चारियों से फोन पे द्वारा लिए 17 लाख रुपये
इस मामले में दशरंगपुर के पालन सिंह बैस और अजय समेंत सभी 14 कर्मचारियों ने इसकी शिकायत पांडातराई थाने में की थी। पुलिस को पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने पैसा फोन पे और नगद दिए हैं। जिसमें आरोपी ने अपने बेटे से मिलवाया था। आरोपी ने नौकरी स्थायी कराने के नाम पर शक्कर कारखाने के कर्मचारी अजय बंजारे से 1.80 लाख रुपए, पालन सिंह बैस से 1.90 लाख, सुभेन्द्र मिरे से 1 लाख, शंकरलाल मोहले से 1.50 लाख, गजेन्द्र वर्मा से 50 हजार, सतानंद से 2.50 लाख रुपए, राकेश देशलहरे से 50 हजार, विनोद बघेल से 3.50 लाख, रामानुज चेलक से 70 हजार,कमल भारती से 50 हजार, गोरेलाल जांगड़े धरम डहरिया से 30-30 हजार सहित अन्य लोगों से ठगी हुई।\
यह भी पढ़ें,, Kawardha में तीन राइस मिलरों ने 8 करोड़ का धान किया गायब, कलेक्टर ने दर्ज कराया अपराध
उड़ीसा के शक्कर कारखाने में रहा पदस्थ
आरोपी दामोदर ने पुलिस को बताया की पूर्व में उड़ीसा के शक्कर कारखाने में काम कर चुका है। वहां भी उसने कई कर्मचारियों के साथ ठगी की है। इन मामलों में उसके खिलाफ उड़ीसा में अपराध दर्ज है। जिसके बाद साल 2016- 17 में उसकी नियुक्ति पंडरिया कारखाने में मैन्युफैक्चरिंग विभाग में केमिस्ट के संविदा पद पर हुई। उससे चरित्र प्रमाण पत्र तो लिया गया। लेकिन इसकी जांच नहीं की गई। जिसके चलते उसे संविदा पर नियुक्ति मिल गई।
पुलिस ने 420 के तहत दर्ज किया मामला
कवर्धा एएसपी मनीषा रावटे ने बताया कि इस मामले में शिकायत के आधार पर जांच की गई और आरोपियों को पकड़कर पूछताछ किया गया। जिसमें प्राथमिक तौर पर दोनों ने पैसे लेना स्वीकार किया। इस मामले में उड़ीसा से दो लोगों को गिरफ्तार कर थाने लाया गया हैं। दोनों पर 420 की धारा के तहत अपराध दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश करेंगे। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।