अमृत महोत्सव: आजादी के 75 साल बाद नक्सलियों के गढ़ में पहुंची रेल, रावघाट परियोजना में आएगी तेजी
देश भर में आजादी 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। वहीं इस बीच आजादी के 75 साल बाद छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित अन्तागढ़ में यात्री रेल सेवा शुरु हो गई है।
कांकेर, 13 अगस्त। देश भर में आजादी 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। वहीं इस बीच आजादी के 75 साल बाद छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित अन्तागढ़ में यात्री रेल सेवा शुरु हो गई है। कांकेर जिले की जनता को आजादी के 75 साल बाद रेल सेवा की सुविधा मिली है। अब नक्सल प्रभावित क्षेत्र की जनता भी रेल में सफर कर सकेगी। इस रेल सेवा की शुरुआत के साथ ही अब रावघाट परियोजना में तेजी आएगी। यह स्टेशन दल्ली राजहरा-रावघाट रेल लाइन के 95 किलोमीटर रेल मार्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा है। साल 2023 में इसे अंतागढ़ से 20 किलोमीटर दूर ताड़ोकी से जोड़ा जाएगा।
सांसद मंडावी ने दिखाई हरी झंडी
आज दोपहर एक बजकर 35 मिनट पर अंतागढ़ से पहली यात्री ट्रेन को कांकेर सासंद मोहन मंडावी ने हरी झंडी दिखाकर रायपुर और दुर्ग के लिए रवाना किया। आज इस ट्रेन से पहली बार कुल 215 यात्री रायपुर तक यात्रा कर रहे हैं। सांसद ने कहा कि अब कांकेर की जनता भी ट्रेन में सफर कर सकेगी। केंद्र सरकार ने क्षेत्र की सुविधा के लिए अब जिले में यात्री रेल सेवा शुरु कर दी है। सांसद मोहन मंडावी ने बताया कि उन्होने रावघाट माइंस में स्थानीय ग्रामीणोंं को रोजगार देने की मांग केन्द्रीय इस्पात मंत्री से कि है। इस कार्यक्रम में पुर्व भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रभारी डायरेक्टर अनिर्बन दास गुप्ता भी उपस्थित रहे।
लोगों को तीन साल से था इंतजार
छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ में शुरु होने वाली इस यात्री रेल सेवा का इंतजार सभी को था। जिले में केंवटी से अंतागढ़ तक रेल पटरी पटरियां बिछाने का काम 2016 में शुरु किया गया था। साल 2019 में काम पूरा कर लिया गया था। इसके साथ ही ट्रायल ट्रेन चलाकर इसका निरीक्षण भी किया। तीन साल में लंबे इंतजार के बाद अब रेल सेवा अंतागढ़ में शुरु हो सकी है। 2019 में अन्तागढ़ में यात्री रेल सेवा शुरू करने के लिए दो दफा ट्रायल किया गया था। लेकिन कोविड के कारण साल 2021 में यात्री रेल सेवा शुरु नही हो सकी थी। अब यहां रेलवे पुलिस स्टेशन की स्थापना की तैयारी की जा रही है।
हजारों यात्रियों को मिलेगा लाभ
इस रेल सेवा के शुरू होने से रायपुर बिलासपुर दुर्ग से नारायणपुर जाने लिए बस सेवा ही एक विकल्प था। लगभग 4 घण्टे की सफर के बाद लोग अंतागढ़ पहुचते थे। लेकिन अब ट्रेन से महज 2 से 3 घन्टे में दल्ली राजहरा भानुप्रतापपुर होते हुए अंतागढ़ पहुंचा जा सकता है। अंतागढ़ से नारायणपुर जाने के लिए बसों की सुविधा उपलब्ध है।
कहां से कहां तक चलेगी ट्रेन में
फिलहाल ट्रेन का समय रेलवे द्वारा निर्धारित कर लिया गया है अंतागढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रायपुर बिलासपुर दुर्ग होते हुए बालोद के दल्लीराजहरा से भानुप्रतापपुर ,केवटी होते हुए ट्रेन अन्तागढ़ पहुचेगी। केवटी तक ट्रेन सेवा की शुरुवात 2019 में हो गई थी। रायपुर से अंतागढ़ पहुंचने के लिए लोगों को महज ₹100 का किराया देना होगा वही बस में अंतागढ़ पहुंचने के लिए ₹300 खर्च करने पढ़ते हैं इस ट्रेन की शुरुआत से लोगों को आर्थिक रूप से भी लाभ मिलेगा।
रावघाट परियोजना में आएगी तेजी
दरअसल अंतागढ़ तक इस रेल सेवा की शुरुआत रावघाट परियोजना के तहत की गई है इससे पहले अंतागढ़ से 17 किलोमीटर पहले केंवटी स्टेशन तक ही सीमित था। लेकिन बालोद के दल्लीराजहरा माइंस में आयरन ओर समाप्त होने की कगार पर है और भिलाई इस्पात संयंत्र में लौह अयस्क की आपूर्ति के लिए नए माइंस शुरु करने की जरूरत पड़ी। जिसके बाद भिलाई इस्पात संयंत्र में आयरन ओर (लौह अयस्क) की सप्लाई के लिए क्षेत्र में रेल लाइन का विस्तार करते हुए अंतागढ़ तक रेल सुविधा शुरु की गई। जिसका लाभ अब भिलाई इस्पात संयंत्र के साथ-साथ क्षेत्र के लोगो को भी मिलेगा। इस रेल सेवा का लोगों को लम्बे समय से इंतजार था।
रेल सेवा रोकने नक्सलियों ने की पूरी कोशिश
इस रेल विस्तारीकरण परियोजना को रोकने के लिए नक्सलियों पूरी कोशिश की कई बार सुरक्षा बलों को नुकसान भी पहुंचाया लेकिन बीएसएफ और एसएसबी के जवानों की तैनाती से रेल सेवा शुरू हो सकी है। फिलहाल अन्तागढ़ से रावघाट तक रेलवे लाइन बिछाने का कार्य अभी जारी है। जो कि जल्द ही पूरा होने की संभावना है। नक्सलियो के गढ़ में सुरक्षाबलों की तैनाती में ट्रेन सेवा शुरू होने से अंतागढ़ के लोगों में आर्थिक विकास का रास्ता खुलने की उम्मीद जागी है।