कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों के CM के साथ PM मोदी की मीटिंग, क्या बातें हुईं?
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में दिनों दिन तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। देश में एक दिन के अंदर अब 3 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज रोज मिल रहे हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में वायरस से लोग ज्यादा मर रहे हैं। ऐसी स्थिति में कोविड अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स और दवाओं की किल्लत मच गई है। कई राज्यों की सरकारें कोविड वैक्सीन की कमी की शिकायत भी कर रही हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं।
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कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री वर्चुअल मीटिंग में प्रधानमंत्री के साथ हिस्सा ले रहे हैं। इस मीटिंग में कोरोना को लेकर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की जा रही है।
मीटिंग में अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अन्य नेता मौजूद हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम के साथ मीटिंग के दौरान कहा कि, "दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी है। अगर हमारे यहां ऑक्सीजन पैदा करने वाला प्लांट नहीं है, तो क्या दिल्ली के लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी? कृपया सुझाव दें कि केंद्र सरकार में मुझे किससे बात करनी चाहिए, जब दिल्ली के ऑक्सीजन टैंकर को दूसरे राज्य में रोका जाता है?"
प्रधानमंत्री से चर्चा के दौरान हाल ही केजरीवाल ने कहा, 'हम आभारी हैं कि केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है, लेकिन हालात गंभीर हो चुके हैं। हम किसी को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। हमने केंद्र को मंत्रियों को फोन किए। उन्होंने पहले मदद की, पर अब वो भी थक गए। पर सवाल यह है कि अगर दिल्ली में ऑक्सीजन की फैक्ट्री नहीं है तो क्या 2 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी। अगर किसी अस्पताल में एक-दो घंटे की ऑक्सीजन बच जाए या ऑक्सीजन रुक जाए और लोगों की मौत की नौबत आ जाए तो मैं फोन उठाकर किससे बात करूं, कोई ट्रक रोक ले तो किससे बात करूं?'