'पार्टी में चर्चा कर फैसला लेंगे, केंद्र के अध्यादेश को लेकर अरविंद केजरीवाल के रिक्वेस्ट पर बोले KC वेणुगोपाल
KC Venugopal on Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन मांगा है। इस पर केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम पार्टी के अंदर चर्चा कर फैसला करेंगे।
KC Venugopal on Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों से समर्थन मांगा है। अरविंद केजरीवाल ने कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की है। इससे पहले शरद पवार और ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। दिल्ली सीएम ने कल बताया था कि वे इस मामले में कांग्रेस से भी अपना समर्थन मांगेंगे।
केंद्र सरकार के अध्यादेश पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से हमें औपचारिक आवेदन आया है। हम पार्टी के अंदर इसपर चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे।
#WATCH | "It is an issue of sidelining the first tribal-woman President of India. Why didn't they (Centre) invite the President of India?": Congress General Secretary KC Venugopal on the row over the new Parliament inauguration
On Centre's ordinance on transfer of Delhi… pic.twitter.com/cXWItKqzQP
— ANI (@ANI) May 26, 2023
Recommended Video
वहीं, दूसरी तरफ नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होने के कांग्रेस के फैसले पर केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बीजेपी संवैधानिक मूल्यों पर भी विचार नहीं कर रही है। इसलिए हम इसका बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को दरकिनार करने का मुद्दा है। उन्होंने पूछा कि केंद्र ने भारत के राष्ट्रपति को आमंत्रित क्यों नहीं किया?
बता दें कि मुंबई में शरद पवार से मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हम अब इस मसले पर कांग्रेस से समर्थन मांगेंगे। इसके लिए हम मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस नेताओं से वक्त मांगा था। इस पर केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम पार्टी के अंदर चर्चा करके फैसला लेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ऑपचारिक रिक्वेस्ट आया है, हम इस पर विचार कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों के साथ बहुत अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि 2015 से 2023 तक हम अदालत में केस लड़ते रहे। आठ साल बाद दिल्ली के लोगों के पक्ष में आदेश दिया गया। आठ दिनों के भीतर वे हमारी सत्ता छीनने के लिए अध्यादेश लाए। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्यादेश के खिलाफ लड़ाई में समर्थन के लिए आप हर पार्टी से संपर्क कर रही है।
यह भी पढ़ें- मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मिलेंगे अरविंद केजरीवाल, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ मांगेंगे समर्थन