आसान नहीं होगा ड्राइविंग लाइसेंस पाना, दिल्ली में बदलेगा टेस्ट का तरीका और बनेंगे नए ट्रैक
नई दिल्ली। दिल्ली में जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस पाना मुश्किल होने वाला है। दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस पाने के लिए होने वाले टेस्ट बदलने वाले है। नए ट्रैक बनने जा रहे है। ये बदलाव अगले साल जून से लागू हो जाएंगे। मतलब जून 2018 के बाद से दिल्ली में ड्राइविंद टेस्ट के नियमों में बदलाव होगा। टेस्ट के ट्रैक भी बदल जाएंगे।परिवहन विभाग का मानना है कि ड्राइविंग लाइसेंस के टेस्ट को कठिन बनाने से केवल योग्य व्यक्ति की लाइसेंस पा सकेंगे और सड़क हादसों में कमी आएगी। इसी मकसद को ध्यान में रखकर डीएल टेस्ट में बदलाव किया जा रहा है।
परमानेंट डीएल पाना होगा मुश्किल
अगले साल जून से दिल्ली में आपको परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस पाने के लिए ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। जी हां परमानेंट डीएल के लिए आवेदन करने वालों को दिल्ली के 10 ऑटोमेटेड टेस्ट सेंटर पर अपनी ड्राइविंग स्किल दिखानी होगी। आपको बता दें कि ड्राइविंग ट्रैक काफी मुश्किल होंगे।
बदलेगा ड्राइविंग ट्रैक
दिल्ली में लाइसेंस के नियमों में बदलाव किया गया है। इस ट्रैक को अब पहले से थोड़ा मुश्किल किया गया है। डीएल के लिए होने वाले ड्राइविंग स्किल टेस्ट के ट्रैक को 8 अंक के आकार में तैयार किया जा रहा है। जिसे आपको महज 90 सेकेंड में इस पार करना होगा।
रिवर्स में चलानी होगी कार
इतना ही नहीं अब डीएल के लिए आपको टेस्ट के दौरान रिवर्स में भी गाड़ी चलाकर दिखानी होगी। इसके लिए रिवर्स S टेस्ट का टास्क पूरा करना होगा। आपको 3 मिनट के भीतर इस टास्क को पूरा करना होगा। दरअसल परिवहन विभाग चाहता है कि लोग लापरवाही से गाड़ी चलाने की अपनी आदत को सुधारे और सड़क पर होने वाले हादसों में कमी आए, इसलिए लाइसेंस टेस्ट को मुश्किल किया गया है।
बनेंगे नए ट्रैक
ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट के लिए हौज खास, शकूर बस्ती, राजा गार्डन और हरि नगर मेंटोमेटेड ट्रैक बनाने के फैसला करेगा। नए और कठिन टेस्ट का मकसद दिल्ली में बढ़ रहे सड़क हादसों को कम करना है। अगर सही व्यक्ति को लाइसेंस मिलेगा तो हादसों में कमी आएगी।