मनीष सिसोदिया के समर्थन में उतरे अरविंद केजरीवाल, बोले- भगवान आपके साथ है
दिल्ली शराब नीति घोटाले में मनीष सिसोदिया से आज सीबीआई पूछताछ कर रही है। पूछताछ से पहले अरविंद केजरीवाल ने उनका समर्थन करते हुए कहा भगवान आपके साथ है।
मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब घोटाले में पूछताछ के लिए सीबीआई ने बुलाया है। सीबीआई मुख्यालय पर पूछताछ के लिए जाने से पहले मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके लिखा मुझे कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो भी परवाह नहीं है। वहीं मनीष सिसोदिया के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके लिखा, भगवान आपके साथ है मनीष। लाखों बच्चों और उनके पेरेंट्स की दुआयें आपके साथ हैं। जब आप देश और समाज के लिए जेल जाते हैं तो जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है। प्रभू से कामना करता हूँ कि आप जल्द जेल से लौटें। दिल्ली के बच्चे, पैरेंट्स और हम सब आपका इंतज़ार करेंगे। जिस देश में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने वाले और उन बच्चों का भविष्य बनाने वाले जेल में हों और अरबों का घोटाला करने वाले प्रधान मंत्री के जिगरी दोस्त हों, वो देश कैसे तरक़्क़ी कर सकता है।
बता दें कि आज जब मनीष सिसोदिया घर से निकले तो उन्होंने विक्री साइन दिखाया और मुस्कुराते हुए नजर आए। उनके समर्थन में तमाम आप समर्थकों ने नारेबाजी की। जेल जाने से पहले मनीष सिसोदिया राजघाट पहुंचे और यहां उन्होंने काफी देर तक ध्यान लगाया। वह आंख बंद करके यहां बैठे रहे। मनीष सोसिदायो के साथ आप सांसद संजय सिंह भी यहां मौजूद थे।
वहीं सीबीआई मुख्यालय जाने से पहले मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके लिखा, आज फिर CBI जा रहा हूँ, सारी जाँच में पूरा सहयोग करूँगा. लाखों बच्चो का प्यार व करोड़ो देशवासियो का आशीर्वाद साथ है। कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं. भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फाँसी पर चढ़ गए थे. ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज़ है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह मत समझना कि आपके शिक्षा मंत्री जेल चले गए तो छुट्टी हो गई, अभी छुट्टी नहीं होने वाली है। मैं बच्चों से कहना चाहता हूं कि इतनी मेहनत करना, जितनी मैं आपसे अपेक्षा रखता हूं। खूब मन लगाकर पढ़ना। माता-पिता को परेशान मत करना। मैं भले ही जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सभी जानकारी मिलती रहेगी। अगर मुझे पता चला कि मेरे बच्चों ने पढ़ाई में लापरवाही की तो मुझे खराब लगेगा। मैं खाना खाना बंद कर दूंगा। पढ़ाई मेहनत से करना है। स्कूल का नाम नीचे नहीं करना है।