Delhi MCD: चंडीगढ़ के बाद दिल्ली की बारी, मेयर की रेस से BJP बाहर नहीं, भाजपा ने क्यों कही ये बात?
भाजपा के आइटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने संकेत दिए हैं कि मेयर पद की से अभी बीजेपी बाहर नहीं हुई। ये पार्षद तय करेंगे कि उनका मेयर कौन होगा।
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Delhi MCD Election 2022: दिल्ली एमसीडी चुनावों परिणाम आने के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। दिल्ली के सीएम व 'आप' संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली के विकास में भाजपा, कांग्रेस समेत सभी दलों उन्हें सहयोग चाहिए। वहीं बीजेपी की ओर से कहा गया है कि ने चंडीगढ़ एमसीडी में मेयर के चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि अभी मेयर की रेस से भाजपा बाहर नहीं हुई है।
दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि दिल्ली मेयर का चुनाव अभी एक खुली रेस है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा,"अब दिल्ली का मेयर चुनने की बारी... यह सब इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन करीबी मुकाबले में नंबर पकड़ सकता है, मनोनीत पार्षद किस तरह से मतदान करते हैं आदि। उदाहरण के लिए, चंडीगढ़ में भाजपा का मेयर है।"
एमसीडी जीतने के बाद क्या AAP को मिलेगा दिल्ली पर फुल कंट्रोल ?
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भाजपा की सीटें की कम आईं थीं। यहां भी आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। आप को 14 सीटें मिली थीं। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी का मेयर नहीं बन पाया। चंडीगढ़ एमसीडी में 12 सीटें जीतने भाजपा के मेयर बने। यहां कांग्रेस को 8 सीटें मिली थीं। चंडीगढ़ मेयर चुनाव से पहले कांग्रेस की एक पार्षद भाजपा में शामिल हो गईं थीं। वहीं सांसद का एक वोट भाजपा के ही खाते में आया। ऐसे में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के 14- 14 वोट बराबर हो गए। बाद में मेयर भाजपा का ही बना।