कोरबा ट्रिपल मर्डल केसः पिता और भतीजी को मारने के बाद 6 लोगों ने लड़की से किया था गैंगरेप
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पहाड़ी कोरवा परिवार के तीन लोगों की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। दरअसल, हत्यारा परिवार की 16 वर्षीय लड़की को अपनी दूसरी पत्नी बनाना चाहता था। लेकिन जब पहाड़ी कोरवा परिवार नहीं माना तो जंगल में अपने 5 साथियों के साथ मिलकर लड़की के पिता और चार साल की बच्ची की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी। इसके बाद 16 वर्षीय लड़की के साथ 6 लोगों ने गैंगरेप किया फिर उसे भी पत्थरों से कुचल दिया।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित फरार हो गए। लेकिन गैंगरेप पीड़िता चार दिन तक जिंदा थी। फिर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसपर पड़े पत्थरों को हटाया और अस्पताल भेजा लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पूरा मामला कोरबा के लेमरू थाना क्षेत्र के गढ़ का है। बता दें कि बीते शुक्रवार को हत्या की गई थी। लेकिन इसका खुलासा मंगलवार को हुआ। आरोपितों की गिरफ्तारी भी मंगलवार को ही हो गई थी। लेकिन गैंगरेप का खुलासा लड़की के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हुआ है।
हत्यारों में मुख्य आरोपित संतराम मंझवार है। पिछले एक साल से पहाड़ी कोरवा का परिवार संतराम मंझवार के यहां काम कर रहा था। वह सभी गायों की देखभाल के साथ-साथ घर के छोटे-मोटे काम किया करते थे। पहाड़ी कोरवा परिवार में 16 साल की लड़की के पिता, माता, दो साल और चार साल की भतीजी थी। जब माता-पिता काम पर होते तो चोरी से संतराम लड़की के कमरे में घुस जाता था और छेड़खानी करता था। उससे गंदी-गंदी बातें करता था। उसे जबरदस्ती कहता था कि वह उसकी दूसरी पत्नी बनकर रहे। फिर जब बात ज्यादा बढ़ गई तो लड़की ने अपने माता-पिता से पूरी बात कह दी।
इसके बाद माता-पिता ने जब विरोध किया और कहा कि अब वो काम नहीं करना चाहते उनका हिसाब कर दे तो संतराम गुस्सा हो गया। फिर संतराम ने कहा कि ठीक है, वह सभी को गांव छुड़वा देगा। इसके बाद लड़की की माता और दो साल की भतीजी को एक बाइक पर गढ़ गांव के बस स्टैंड भेज दिया। लेकिन लड़की, उसके पिता और चार साल की भतीजी को दूसरे रास्ते से ले गए।
इसके बाद जंगल के रास्ते संतराम और उसके पांच दोस्तों ने उन्हें छोड़ने की चाल चली। फिर सभी ने जंगल में खूब शराब पी। इसके बाद लाठी और पत्थरों से कुचलकर पिता और चार साल की भतीजी को मार डाला। इसके बाद उन्होंने लड़की के साथ गैंगरेप किया और उसे भी मार डाला। आरोपितों में संतराम मंझवार, अनिल सारथी, उमाशंकर यादव, आनंदराम पनिका, परदेश राम पनिका व अब्दुल जब्बार है।
छत्तीसगढ़: आदिवासी परिवार के तीन सदस्यों की हत्या, पुलिस को घटना का पता ही नहीं था!