राष्ट्रपति चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में हुई क्रॉस वोटिंग, कांग्रेस के विधायकों ने दिया मुर्मू को वोट
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बड़ी विजय पाई है। उन्होंने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया है।
रायपुर, 22 जुलाई। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बड़ी विजय पाई है। उन्होंने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर् से हराया है। मुर्मू की इस जीत में उनके पक्ष में हुई क्रॉस वोटिंग भी एक वजह रही है। देश के कई राज्यों में उनके पक्ष में ऐसा हुआ है ,जिसमे में एक छत्तीसगढ़ भी है। जहां कांग्रेस के दो विधायकों ने पार्टी लाइन के बाहर जाकर द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में हैं कुल 90 सदस्य
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सदस्य हैं,वहीं राज्य में लोकसभा और राज्यसभा को मिलकर कुल 16 सांसद हैं, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव लिए वोटिंग में हिस्सा लिया । छत्तीसगढ़ विधानसभा में 71 विधायकों के साथ बहुमत कांग्रेस के पास है,वहीं बीजेपी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 3 और बसपा के 2 विधायक हैं । इसके अलावा राज्य में बीजेपी के 10 सांसद हैं, कांग्रेस के 2 लोकसभा और राज्यसभा के 4 सांसद हैं।
द्रोपदी मुर्मू को मिले कांग्रेस के भी 2 विधायकों के वोट
जिस हिसाब से मतदान होना था ,उसमे , जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बहुजन समाज पार्टी के विधायकों को मिलाकर मुर्मू के वोटों की संख्या 19 होनी थी ,लेकिन नतीजे सामने आने के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ से 21 विधायकाें का मत मिला। वहीं यशवंत सिन्हा को 69 विधायकों का वोट मिला। इस प्रकार क्रॉस वोटिंग होने से द्रोपदी मुर्मू को विपक्ष के सभी 19 विधायकों के अतिरिक्त सत्ताधारी कांग्रेस के भी 2 विधायकों के वोट मिले हैं ।
27 सीटों पर कांग्रेस के विधायक,भाजपा बेहद उत्साहित
गौरतलब है कि इस बात की पहले से ही आशंका थी कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की तरफ से क्रॉस वोटिंग हो सकती है,क्योंकि चुनाव को लेकर राज्य के आदिवासी विधायकों में हलचल तेज हो चुकीं थी । छत्तीसगढ़ में आदिवासी वर्ग की आरक्षित 29 विधानसभा सीट में से 27 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं ,लिहाजा इस संभावना को माना जा रहा था कि क्रॉस वोटिंग हो। बहरहाल क्रॉस वोटिंग होने से कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है, वहीं कांग्रेस के तम्बू में सेंध लगाने वाली भाजपा बेहद उत्साहित नजर आ रही है।
भाजपा ने की थी घेरबंदी
बहरहाल यह भी जानना जरुरी है कि देश में पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति के चुनाव के नाम पर बीजेपी ने जनजातीय इलाकों में कांग्रेस विधायकों की सख्त घेराबंदी की थी। केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने सीएम भूपेश बघेल समेत कई आदिवासी विधायकों को पत्र भेजकर मुर्मू के पक्ष में मत मांगा था। वहीं बीजेपी ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामाजिक संगठनों के माध्यम से सभी विधायकों पर मुर्मू के पक्ष में माहौल बनाया गया था। इससे भी आशंका बलवति हो गई थी कि क्रॉस वोटिंग के कारण यह दबाव भी हो सकती है।
यह भी पढ़े राष्ट्रपति चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में हो सकती है क्रॉस वोटिंग , जानिए क्या कहता है वोटिंग का गणित !