विश्व पैरा एथलेटिक्स में छत्तीसगढ़ की ईश्वरी ने किया कमाल, भारत के लिए जीता रजत पदक
Chhattisgarh's Ishwari did wonders in World Para Athletics, won silver medal for India
रायपुर, 24 मार्च। कहते है अगर इंसान अपनी कमज़ोरी को ताक़त बना ले,तो फिर उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। छत्तीसगढ़ के महासमुंद की दृष्टिबाधित धाविका ईश्वरी निषाद ने इस बात को सही साबित कर दिखाया है। ईश्वरी ने दुबई में आयोजित 13वें फैजा इंटरनेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप के तहत वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स 2022 में बुधवार को हुई दौड़ प्रतियोगिता में भारत के लिए रजत पदक जीता है ।
गौरतलब है कि मंत्री आनिला भेंड़िया ने बीते पांच मार्च को राजधानी रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में ईश्वरी को राष्ट्रीय स्तर पर पैराएथलेटिक में स्वर्ण पदक पाने के लिए सम्मानित किया था। इसके साथ ही मंत्री भेड़िया ने ईश्वरी निषाद के खेलने के लिए दुबई जाने का खर्च विभाग की तरफ से वहन करने की घोषणा की थी।
छत्तीसगढ़ की बेटी ईश्वरी निषाद महासमुंद जिले के फॉर्चून फाउण्डेशन नेत्रहीन विशेष विद्यालय, बागबाहरा, में पढ़ती हैं। इस खिलाडी ने साल 2021-22 में बैंगलोर सांई प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित इंडिया नेशनल ओपन पैराएथलेटिक चैम्पियनशिप में 200 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीतकर देश को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। ईश्वरी दुबई से लौटने के बाद इस महीने की 27 तारीख को ही नई दिल्ली से ओड़िसा के लिए रवाना होंगी।, जहां वह भुवनेश्वर में आयोजित होने वाली 20वी नेशनल पैराएथलेटिक्स चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगी। ईश्वरी मूलतः महासमुंद जिले के बागबाहरा तहसील के ग्राम सम्हर गांव की रहने वाली है। उसके माता-पिता मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं। आर्थिक तौर पर बेहद कमजोर आर्थिक स्थिति और शारीरिक अक्षमता के बावजूद ईश्वरी ने खुद को साबित किया है।