SBI का खाताधारकों के लिए जरूरी अलर्ट, ऐसा QR Code किया स्कैन तो अकाउंट हो जाएगा खाली
नई दिल्ली, अप्रैल 28: देश में फैली कोरोना महामारी ने एक बार फिर से लोगों को ऑनलाइन पेमेंट की दर में इजाफा देखने को मिल रहा है। लोग अधिकतर पेमेंट डिजिटल तरीके से कर रहे हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी लगातार बढ़ने लगे हैं। मोबाइल वॉलेट और यूपीआई के आने के बाद क्यूआर कोड स्कैन करने का प्रचलन भी तेजी से बढ़ा है। ऐसे में आपको कोई भी डिजिटल पेमेंट करने से पहले बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
SBI ने ग्राहकों को अलर्ट जारी किया
साइबर अपराधी क्यूआर कोड की सुविधा का लाभ उठाकर लोगों को ठग रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) बैंकिंग फ्रॉड से बचाने के लिए ट्विटर पर क्यूआर कोड से संबंधित अपने ग्राहकों को अलर्ट जारी किया है। ताकि उसके ग्राहक ऑनलाइन बैंकिंग का सही तरीके से बिना किसी खतरे के फायदा उठा सकें। एसबीआई ने कहा है कि किसी दूसरी की ओर से भेजे गए QR कोड को कभी स्कैन न करें, नहीं तो आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
ऐसा क्यूआर कोड ना करें स्कैन
एसबीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा कि, क्यूआर कोड स्कैन न करें और धोखाधड़ी से सुरक्षित रहें। जब आप क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं, तो आपको धनराशि नहीं मिलती। जब तक आपका उद्देश्य किसी को भुगतान करना नहीं है, तब तक किसी के द्वारा साझा किए गए क्यूआर कोड को स्कैन न करें। इसके साथ बैंक ने एक वीडियो भी जारी किया है।
एसबीआई ने किया ये ट्वीट
इस वीडियो में बताया गया है कि कैसे किसी की ओर से भेजे गया क्यूआर कोड आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकता है। बैंक ने बताया है कि इस घटना का शिकार देश के हजारों लोग हो चुके हैं। जिसमें जालसाज ग्राहक को डायनिंग टेबल की पेमेंट के लिए क्यूआर कोड भेजता है। लेकिन ग्राहक इस बात से अलर्ट है कि क्यूआर कोड हमेशा पेमेंट करने के लिए इस्तेमाल होता है न कि पेमेंट रिसीव करने के लिए। इसलिए वो इस रिक्वेस्ट को नहीं मानते हैं। अगर वो क्यूआर कोड को स्कैन करते तो उनके खाते से पैसे कट जाते हैं।
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इस अर्लट का करें पालन
एसबीआई की ओर से बताया जा चुका है कि बैंक आपसे कभी व्यक्तिगत या गोपनीय जानकारी नहीं मांगता है। एसबीआई ने ट्वीट कर बताया कि, एसबीआई कभी भी आपसे आपके ई-केवाईसी विवरण/आधार नंबर/ व्यक्तिगत विवरण की मांग नहीं करता और ना ही आपकी इंटरनेट बैंकिंग सुविधा/डेबिट कार्ड सुविधा/ बैंक खाते को सक्रिय करने के लिए किसी ऐप को डाउनलोड करने या किसी मोबाइल नंबर पर कॉल करने के लिए कहता हैष कृपया ऐसे कॉल, एसएमएस, लिंक के प्रति सतर्क रहें क्योंकि इससे वित्तीय धोखाधड़ी हो सकती है। कृपया ऐसे मामलों की जानकारी स्थानीय पुलिस विभाग को दें।
ये टिप्स आपको बचा सकते हैं ऑनलाइन ठगी से
- समय-समय पर अपने नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग अकाउंट के पासवर्ड बदलते रहें।
- कभी भी अनजाने व्यक्ति को फोन, ईमेल या एसएमएस के जरिए इंटरनेट बैंकिंग डिटेल्स शेयर न करें।
- किसी भी दूसरे व्यक्ति को अपन व्यक्तिगत जानकारी नहीं साझा करें।
- बैंक संबंधी जानकारी जुटाने के लिए हमेशा बैंक के आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ही जानकारी जुटाएं।
- किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और न ही क्यूआर कोड स्कैन करें।
- अगर आप धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं तो जल्द से जल्द नजदीकी एसबीआई ब्रांच और पुलिस अधिकारियों को सूचित करें।