रिलायंस ने किया बड़ा फैसला, RIL ने ऑयल टू केमिकल बिजनेस को किया अलग, जानें क्या होगा फायदा
रिलायंस ने किया बड़ा फैसला, RIL ने ऑयल टू केमिकल बिजनेस को किया अलग, जानें क्या होगा फायदा
Reliance Industries Limited oil-to-chemical News: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने ऑयल-टू-केमिकल (तेल-से-रसायन) कोरोबार के लिए एक अलग कंपनी बनाने का ऐलान किया है। ऑयल-टू-केमिकल बिजनेस के पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई में में डिमर्जर की रूपरेखा आरआईएल ने घोषित की है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इसके लिए शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स से मंजूरी मांगी है। रिलायंस कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को सोमवार को यह जानकारी दी है। कंपनी को उम्मीद है कि आने वाले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक इसके लिए जरूरी मंजूरी मिल जाएगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस कदम के बाद कंपनी को सऊदी अरामको जैसे ग्लोबल इनवेस्टर्स को आकर्षित करने का मौका मिलेगा। आरआईएल ने फिलहाल कहा है कि अरामको से डील किए जाने पर हमारी बातचीत जारी है।
ऑयल-टू-केमिकल कोरोबार का रिस्ट्रक्चरिंग विशेष सेक्टर के निवेशकों द्वारा भागीदारी की सुविधा देगा। आरआईएल ने एक एक्सचेंजे में जानकारी देते हुए कहा है कि ऑयल-टू-केमिकल बिजनेस के पुनर्गठन से उसे ओटुसी वैल्यू चेन में कई लाभ लेने के कई मौके मिलेंगे। इसके पीछे आरआईएल का मकसद अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और 2035 तक नेट कार्बन जीरो बनने के लिए ऑयल-टू-केमिकल के साथ काम करना है।
कंपनी ने ऑयल-टू-केमिकल के लिए अलग इकाई बनाने पर कहा है कि हमारे इस फैसले से रणनीतिक साझेदारों के साथ काम करने का ज्यादा अवसर मिलेगा और कंपनी भी आगे बढ़ेगी। कंपनी की ऑयल-टू-केमिकल इकाई में खुदरा ईंधन विपणन, परिशोधन संयंत्र और पेट्रोरसायन इकाईयां बिजनेस शामिल है। कंपनी ने साफ किया है कि इसमें केजी-डी6 जैसे तेल और गैस उत्पादक क्षेत्र व कपड़ा कोरोबार शामिल नहीं है।
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