नीतियों को बनाने में जल्द ही ऑनलाइन डेटा को भी RBI करेगा शामिल
RBI Shaktikanta Das: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जल्द ही नीति निर्माण में डिजिटल डेटा को भी शामिल करने जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि जिस तरह से तेजी से तकनीक आगे बढ़ रही है उसके चलते डेटा की बाढ़ आ गई है। रिसर्च डिपार्टमेंट का काम है कि जल्द से जल्द इस डेटा को संयोजित करके और इसमे से जो जरूरी तथ्य हैं उसे सामने लेकर आए ताकि नीति बनाने में इसका इस्तेमाल किया जा सके। डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक एंड पॉलिसी रिसर्च ऑफ आरबीआई के पहले वार्षिक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शक्तिकांत दास ने यह अहम बयान दिया है।
बता दें कि यह कॉन्फ्रेंस तीन साल के बाद हो रही है। रिसर्च एंड डेवलपमेंट की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए गवर्नर ने कहा कि रिसर्च डिपार्टमेंट को और भी ताकतवर होने की जरूरत है ताकि नीति बनाने वालों और इस दिशा में काम करने वालों को अधिक से अधिक जरूरी और सही डेटा मिलते रहे हैं, जिसमे अनालिटिकल रिसर्च और नए सुझाव शामिल हो। इस तरह के विचार नई नीतियों को बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
तकनीक का तेजी से विकास हो रहा है, जिसके चलते डेटा की बाढ़ आ गई है, ऐसे में रिसर्च डिपार्टमेंट का काम है जल्द से जल्द इस डेटा को समझें और जरूरी जानकारी को आगे बढ़ाएं। गवर्नर ने कहा कि आरबीआई के सामने पहली चुनौती पिछले सालों में हुए विकास को देखते हुए वैश्विक और घरेलू चुनौती को समान रूप से सामना करना है। दूसरी चुनौती मुश्किल समय में डेटा ने हमारी काफी मदद की है। आने वाले समय में भी इसी तरह की चुनौतियों को हम समझकर उस लिहाज से अपनी नीतियों का निर्धारण करने की जरूरत है।