रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, 2022-23 के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान: RBI
नई दिल्ली, 10 फरवरी: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को संसद में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश किया था। जिसके बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पहली मौद्रिक नीति समिति (MPC) के नतीजों का ऐलान हो गया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4% रहेगा। एमएसएफ रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के 4.25% रहेगा, जबकि रिवर्स रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 3.35% रहेगा।
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दास के मुताबिक 2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8% रहने का अनुमान है। इसके अलावा 2022-23 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% रहने का अनुमान है। गवर्नर के मुताबिक भारत दुनिया के बाकी हिस्सों से उबरने के एक अलग रास्ते पर चल रहा है। आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार भारत प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में साल-दर-साल सबसे तेज गति से बढ़ने की ओर अग्रसर है। यह रिकवरी बड़े पैमाने पर टीकाकरण, निरंतर वित्तीय और मौद्रिक सहायता की वजह से हो रही है।
e-RUPI
में
राहत
वहीं
आरबीआई
ने
NPCI
द्वारा
विकसित
एक
प्रीपेड
ई-वाउचर
e-RUPI
की
लिमिट
बढ़ाई
है।
अब
ये
10
हजार
से
बढ़कर
1
लाख
हो
गई।
e-RUPI
एक
QR
code
या
एसएमएस
स्ट्रिंग-बेस्ड
ई-वाउचर
है,
जिसे
लाभार्थियों
के
मोबाइल
पर
पहुंचाया
जाता
है।
गर्वनर
के
मुताबिक
सभी
बैंकों
को
अपने
प्रशासन
और
जोखिम
प्रबंधन
को
मजबूत
करना
चाहिए।
अभी
आरबीआई
का
फोकस
लिक्विडिटी
रीबैलेंसिंग
पर
है।
सिस्टम
में
लिक्विडिटी
की
कोई
समस्या
नहीं
है
और
बैंकों
की
बैलेंसशीट
में
मजबूती
बरकरार
है।
RBI के नाम पर लोगों को चूना लगाने की कोशिश कर रहे हैं ठग, मेल के जरिए मांगी जा रही है पर्सनल जानकारी
नहीं
बढ़ेगी
आपकी
EMI
RBI
का
ऐलान
जनता
के
लिए
काफी
महत्वपूर्ण
है,
क्योंकि
इसमें
रेपो
रेट
को
स्थिर
रखा
गया
है।
ऐसे
में
ब्याज
दरें
नहीं
बढ़ेंगी।
इससे
कोरोना
महामारी
और
लॉकडाउन
के
चक्कर
में
परेशान
जनता
का
बोझ
कम
होगा।
RBI
ने
रेपो
रेट
में
आखिरी
बार
बदलाव
मई
2020
में
किया
था।
उस
वक्त
0.40
प्रतिशत
इसे
घटाया
गया
था,
तब
से
ये
स्थिर
है।