Banking News: आरबीआई ने इस सहकारी बैंक पर बढ़ाई पाबंदी, खाताधारक नहीं निकाल पाएंगे 1000 रु से अधिक रकम
RBI इस सहकारी बैंक पर बढ़ाई पाबंदी, खाताधारक नहीं निकाल पाएंगे 1000 रु से अधिक रकम
नई दिल्ली। Shivaji Rao Bhosale Cooperative Bank. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकिंग गाइडलाइंस और नियमों का पालन नहीं करने पर महाराष्ट्र के पुणे स्थित सहकारी बैंक पर लगी पाबंदियों को अगले दो महीने के लिए और बढ़ा दिया है। पुणे की सहकारी बैंक शिवाजी राव भोसले सहकारी बैंक लिमिटेड (Shivaji Rao Bhosale Cooperative Bank) पर लगाई गई पाबंदियों को अगले दो और महीनों के लिए बढ़ा दिया है, यानी RBI की ओर से बैंक पर लगाई गई लेन-देन, लोन बांटने संबंधी सभी बैन को अगले दो महीनों के लिए और बढ़ा दिया है।
बैंक पर लगाई गई पाबंदी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए महाराष्ट्र के सहकारी बैंक शिवाजी राव भोसले सहकारी बैंक पर पाबंगी रो 4 दिसंबर 2020 के लिए बढ़ा दिया है। RBI ने इस सहकारी बैंक को नियमों और गाइडलाइंस की अनदेखी के चलते उसपर 4 मई 2019 में पाबंदी लगाई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया( Reserve Bank of India) ने बैंकिंग नियमन कानून 1949 की धारा 35ए की उपधारा (1) और धारा 56 के तहत इस सहकारी बैंक पर प्रतिबंध लगाया है।
बैंक पर लगी पाबंदी, खाताधारकों की परेशानी बढ़ी
शिवाजी भोसले सहकारी बैंक पर लगाई गई इस पाबंदी के चलते बैंक के खाताधारकों की मुश्किल बढ़ गई है। RBI द्वारा अगले दो महीने और पाबंदी बढ़ाई जाने के चलते अब खाताधारक इस बैंक में अपने खाते से 1000 रुपए से अधिक की रकम नहीं निकाल पाएंगे। बैंक पर लगाए गए प्रतिबंधों के चलते रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक को किसी भी निकासी, जमा लेने, लोन देने, कोई निवेश करने करने के साथ-साथ या भुगतान पर रोक लगा दिया है।
इन बैंकों पर भी लग चुकी है पाबंदी
महाराष्ट्र के शिवाजी राव भोसले सहकारी बैंक लिमिटेड (Shivaji Rao Bhosale Cooperative Bank) पहला बैंक नहीं है, जिसपर आरबीआई की ओर से पाबंदी लगाई गई है। इससे पहले कई बैंकों पर गाइडलाइंस और बैंकिंग अधिनियमों के उल्लंघन के चलते प्रतिबंध लगाई गए हैं। इससे पहले RBI ने दि नीड्स ऑफ लाइफ को-आपरेटिव बैंक लिमिटेड पर भी 6 महीनों के लिए पाबंदी लगाई है। बैंक पर लगाई गई पाबंदी 31 अक्टूबर 2020 तक लागू रहेगा। इसके अलाबा RBI पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक पर पाबंदी लगा चुकी है। इसके अलावा बैंगलुरू की गुरू राघवेंद्र सहकारी बैंक पर नियमों की अनदेखी के चलते प्रतिबंध लग चुका है। वहीं कोलकाता महिला को-ऑपरेटिव बैंक पर भी आरबीआई ने जनवरी 2020 में बैन लगा दिया था।