RBI ने मौद्रिक नीति का किया ऐलान, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
नई दिल्ली, 08 अप्रैल। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए कहा कि ब्याज दरों (रेपो रेट) में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। वह पहले की तरह 4 फीसदी पर ही बरकरार है जबकि रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है, इसे भी 3.35 फीसदी ही रखा गया है। शक्तिकांत दास ने कहा कि बोर्ड की बैठक में सभी सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई कि ब्याज दरों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जाना चाहिए। अहम बात यह है कि विकास दर की रफ्तार में संशोधन किया है। पहले विास दर 7.8 फीसदी रहने की बात कही गई थी, जिसे घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया गया है। बाजार से लिक्विडिटी धीरे-धीरे बाहर आएगी।
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गौर करने वाली बात है कि रेपो रेट लगातार 11वें क्वार्टर में स्थिर रहा है और इसे 4 फीसदी पर ही बरकरार रखा गया है। हालांकि रिवर्स रेपो रेट को 3.75 से बढ़ा दिया गया है और इसमे 40 बेस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी की गई है। गवर्नर ने कहा कि हमारी मौद्रिक नीति का लक्ष्य देश की अर्थव्यवस्था और विकास को बढ़ावा देना है। आरबीआई ने मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी को भी बदला नहीं गया है और यह 4.25 फीसदी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से कहा गया है कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है। बता दें कि रेपो रेट 22 मई 2020 को 4 फीसदी था जो लगतार 4 फीसदी पर बना हुआ और आरबीआई ने इसमे कोई बदलाव नहीं किया है। इसके साथ ही शक्तिकांत दास ने कहा कि हम किसी नियम बुक से बंधे नहीं हैं, हम हालात के अनुसार नियमों में बदलाव करने के लिए तैयार हैं, जिससे कि देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर रफ्तार से आगे बढ़ाया जा सके। अहम बात यह है कि दो साल के बाद पहली बार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ऑफिस से मौद्रिक नीति का ऐलान किया है। इससे पहले कोरोना के चलते यह आरबीआई के कार्यालय से नहीं किया जा रहा था।