Must Read: पेमेंट का एडवांस तरीका, अब न कार्ड न कैश की जरूरत, बस हाथ के इशारे से हो जाएगा भुगतान
Must Read: पेमेंट का एडवांस तरीका, अब न कार्ड न कैश की जरूरत, बस हाथ के इशारे से हो जाएगा भुगतान
नई दिल्ली। डिजिटल पेमेंट के लगातार बढ़ते डिमांड का असर दिखने लगा है। लोग अब वकैश से अधिक डिजिटल पेमेंट में भुगतान करते हैं। लोगों का मोबाइल ही अब उनका बटुआ हो गया है। अधिकांश लोग या तो मोबाइल वॉलेट से पेमेंट करते हैं या फिर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से। कार्ड स्वाइप किया और हो गया पेमेंट, लेकिन अब जल्द ही पेमेंट का नई तकनीक आने वाली है, जिसमें भुगतान करने के लिए आपको न तो कैश की जरूरत होगी, न वॉलेट की और न ही किसी कार्ड की। आप सोच रहे होंगे कि अगर कैश और कार्ड दोनों ही इस्तेमाल नहीं होगा तो आखिर पेमेंट होगा कैसे? हम आपको आज पेमेंट के नई तकनीक के बारे में बताने जा रहे हैं।
डिजिटल पेमेंट की नई तकनीक
हाल
ही
में
ब्रिटिश-पोलिश
स्टार्टअप
वॉलेटमोर
ने
दावा
किया
है
कि
उनसे
अब
तक
500
पेमेंट
चिप्स
बेचे
हैं।
ये
खास
पेमेंट
चिप्स
इंसानों
के
शरीर
में
इंप्लांट
किए
जा
सकते
हैं।
इस
चिप
की
मदद
से
बस
हाथों
के
इशारे
से
आप
पेमेंट
कर
सकते
हैं।
यानी
आपको
पेमेंट
करने
के
लिए
न
कैश
की
जरूरत
पड़ेगी
और
न
ही
डेबिट-क्रेडिट
कार्ड
की।
बस
हाथों
का
इशारा
किया
और
आपके
बिल
का
भुगतान
हो
जाएगा।
हाथों के इशारे से होगा पेमेंट
ब्रिटिश कंपनी वॉलेटमोर ने दावा किया है कि वो पहली कंपनी है जो शरीर में इंप्लांट करने वाली पेमेंट चिप्स बना और बेच रही है। कंपनी अब तक 500 ऐसे चिप बेच चुकी है। इस चिप की मदद से आपको पेमेंट का नया अनुभव मिलेगा। शॉपिंग, बिल, रेस्टोरेंट जैसी जगहों पर भुगतान करने के लिए कार्ड या कैश देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आपको अपना हाथ कॉन्टेक्सलैस पेमेंट मशीन के पास रखना होगा, बस आपके खाते से पैसे उस दुकानदार के खाते में ट्रांसफर हो जाएंगे।
बेहद सुरक्षित पेमेंट का दावा
इस चिप को बनाने वाली कंपनी का दावा है कि ये पेमेंट का बहुत ही सुरक्षित और आसान तरीका है। ये पेमेंट चिप नियर फील्ड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर काम करती गै। आपको बता दें कि इसी NFC तकनीक पर स्मार्टफोन से कॉन्टेक्सलैस पेमेंट भी किया जाता है। इसमें पेमेंट इंप्लांट्स रेडियो फ्रीक्वेंसी आइटेंटिफिकेशन के तकनीक पर काम करते हुए एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करता है।
क्या है खास
इस तकनीक पर काम कर रही कंपनी का कहना है कि तकरीबन 1 ग्राम वाली पेमेंट चिप जिसका आकार एक चावल के दाने के बराबर है, उसे इंजेक्शन की मदद से मानव शरीर में डाला जाता है। इसमें माइक्रोचिप और एंटीना होता है। वहीं इस चिप में नेचुरल मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है, जो इंसानों के लिए सुरक्षित है। वहीं पेमेंट के वक्त से चिप आरआईएफडी या एनएफसी रीडर के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक जोन के पास पहुंचकर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कपलिंग करता है और फिर फंड ट्रांसफर करता है।
फायदे
की
खबर:
रॉकेट
की
रफ्तार
से
बढ़
रहे
हैं
ये
दो
शेयर,
1
महीने
में
डबल
हो
गया
पैसा