जल्द हवा में नजर आएंगे जेट एयरवेज के विमान, गृह मंत्रालय से मिली सिक्योरिटी क्लीयरेंस
नई दिल्ली, 9 मई: वित्तीय संकट की वजह से जेट एयरवेज ने 2019 में अपनी सेवाएं बंद कर दी थीं, लेकिन अब जल्द एयरलाइन का संचालन शुरू हो सकता है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कंपनी के नए प्रमोटरों को सुरक्षा मंजूरी दे दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले महीने से कंपनी के विमान फिर से हवा में नजर आएंगे। एयरलाइन ने गुरुवार को हैदराबाद में प्रशिक्षण उड़ानें भरी।
दरअसल पहले जेट एयरवेज का स्वामित्व नरेश गोयल के पास था, लेकिन 17 अप्रैल 2019 को इसका संचालन पूरी तरह से बंद हो गया। इसके बाद इसकी नीलामा प्रक्रिया शुरू हुई। फिर ब्रिटेन की कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के उद्यमी मुरारी लाल जालान वाली कंसोर्टियम जेट एयरवेज के नए मालिक बन गए। अब इसको सुरक्षा मंजूरी मिल गई है, ऐसे में फ्लाइट संचालन का रास्ता एकदम साफ हो गया है।
20
हजार
से
ज्यादा
लोग
हुए
बेरोजगार
पिछले
कई
सालों
से
जेट
एयरवेज
घाटे
में
जा
रहा
था।
इसके
बाद
उसने
एतिहाद
एयरवेज
के
साथ
रणनीतिक
साझेदारी
भी
की,
लेकिन
उससे
कुछ
खास
फायदा
नहीं
हुआ।
धीरे-धीरे
कंपनी
नगदी
संकट
से
जूझने
लगी,
जिस
वजह
से
उसकी
उड़ानें
भी
रद्द
होने
लगीं।
साथ
ही
बड़ी
संख्या
में
ग्राउंड
कर्मचारी
निकाले
भी
गए।
जून
2019
में
एयरलाइन
के
लिए
दिवालिया
कार्यवाही
शुरू
की
गई
थी।
इसके
साथ
ही
संचालन
पूरी
तरह
ठप
हो
गया।
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक
जेट
एयरवेज
के
बंद
होने
से
20
हजार
से
ज्यादा
कर्मचारी
बेरोजगार
हो
गए
थे।
पश्चिम बंगाल में स्पाइसजेट की फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त, 40 यात्री घायल, 185 थे सवार
अब
है
ये
टारगेट
जेट
एयरवेज
2.0
का
टारगेट
अगले
तीन
सालों
में
फिर
से
मजबूती
के
साथ
खड़ा
होना
है।
कंपनी
तीन
सालों
में
50
से
अधिक
विमानों
का
संचालन
करने
की
तैयारी
कर
रही।
वहीं
अगले
5
सालों
में
कंपनी
100
से
ज्यादा
विमानों
की
शुरुआत
करने
की
दिशा
में
बढ़
रही
है।