डोकलाम पर टकराव के वक्त निर्मला सीतारमण ने चीन को ऐसे सिखाया था सबक
नई दिल्ली। पीएम मोदी के कैबिनेट का विस्तार हो चुका है और रविवार को 13 मंत्रियों में पद और गोपनीयता की शपथ भी ले ली है। मोदी कैबिनेट के विस्तार में सबसे अहम बात यह मानी जा रही है कि निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी गई है। आपको बता दें कि निर्मला सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला रक्षा मंत्री हैं और पहली पूर्ण कालिक महिला रक्षा मंत्री हैं। निर्मला सीतारमण ने डोकलाम विवाद के समय जिस तरह ट्रेड को चीन के खिलाफ एक हथियार की तरह इस्तेमाल किया है, माना जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय दिया जाना उसी का नतीजा है।
निर्मला बेहद ईमानदार और कठिन परिश्रम करने वाली महिला हैं। विवादों से भी कभी उनका कोई नाता नहीं रहा है और वाणिज्य मंत्री रहते हुए ट्रेड मसलों को उन्होंने काफी अच्छे तरीके से संभाला। वाणिज्य मंत्री के तौर पर निर्मला ने कई ऐसा फैसले लिए, जिनसे चीन पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने चीनी स्टील प्रोडक्ट, रबड़, किचन प्रोडक्ट, कच्चा रेशम समेत कई चीजों के आयात पर एंडी डंपिंग ड्यूटी लगाई है। डोकलाम विवाद के समय कुल 93 चीनी प्रोडक्ट्स पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई गई, जिसने चीन पर एक तरह का दबाव डाल दिया।
निर्मला सीतारमण कोई भी बयान देने से पहले सोचती जरूर हैं। वाणिज्य मंत्री रहते हुए उन्होंने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जिससे सरकार की किरकिरी हुई हो। ना ही अपने किसी बयान के चलते वह खुद विवादों में फंसीं। आपको बताते चलें कि निर्मला सीतारमण भाजपा की प्रवक्ता भी रह चुकी हैं, इसलिए वह जानती हैं कि कब, कहां और क्या बोलना है।