स्टार्टअप इको सिस्टम को बदले की क्षमता रखते हैं चंडीगढ़ जैसे छोटे शहर
नई दिल्ली। भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु शहर भारत में एक स्टार्टअप हब के तौर पर देश के नक्शे में उभरा है। लेकिन भारत के कई और शहर भी अब स्टार्टअप हब के तौर पर स्थापित होते जा रहे हैं। जो स्टार्टअप इको सिस्टम को पूरी तरह परिवर्तित करने की क्षमता रखते हैं। इसी क्रम में पिछले सप्ताह चंडीगढ़ का मेडिकल एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कराने वाला एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म 'प्रेपलैडर' एक स्टार्टअप बन गया। उसका फेसबुक समर्थित एजुकेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी अनएकेडमी ने पांच करोड़ डॉलर (करीब 374.6 करोड़ रुपये) में अधिग्रहण कर लिया।
बेंगलुरु की तरह भारत के कई अन्य शहर देश में स्टार्टअप हब के तौर पर निकलकर सामने आ रहे हैं। इनमें से एक चंडीगढ़ भी है। संस्थापक और निवेशकों का बड़े शहरों से बाहर निकलकर चंडीगढ़ जैसे शहरों में स्टार्टअप का अधिग्रहण करना यह दर्शाता है कि, स्टार्टअप का इकोसिस्टम बदल रहा है। जो उन जगहों में तैयार हो रहे स्टार्टअप्स जैसे एजुकेशन-टेक, एग्री-टेक, कंटेंट टेक, सॉफ्टवेयर इन सर्विसेस को आगे बढ़ा रहे हैं।
इन स्टार्टअप्स के संस्थापक, जो उन या तो उसी शहर के हैं या फिर और बाहर के रहने वाले हैं, उन्हें चंडीगढ़ की जीवन शैली को पसंद आ रही है। इसकी मुख्य वजह बेंगलुरु जैसे स्टार्टअप हब में ट्रैफ़िक जाम और दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ रहा है। स्टार्टअप एनालिटिक्स फर्म Traxxn के अनुसार, 9 जुलाई तक चंडीगढ़ में 700 से अधिक सक्रिय स्टार्टअप हैं और इनमें से एक तिहाई से अधिक पिछले चार वर्षों में स्थापित किए गए हैं। अधिकांश स्टार्टअप अच्छी खासी फंडिंग पा चुके हैं, कुछ इस प्रोसेस में हैं।
बता दें कि, दुनिया के टॉप-30 स्टार्टअप इकोसिस्टम रैंकिंग में शामिल होने वाला बेंगलुरु देश का एकमात्र शहर बन गया है। बेंगलुरु को इस रैंकिंग में 26वां स्थान मिला है। स्टार्टअप जीनोम की ओर से जारी 'ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टम रिपोर्ट-2020' के मुताबिक, टॉप-30 स्टार्टअप इकोसिस्टम में कैलिफोर्निया की सिलिकॉन वैली पहले स्थान पर रही है। इस रैंकिंग में देश की राजधानी दिल्ली 36वें स्थान पर रही है। टॉप-100 एमर्जिंग इकोसिस्टम रैंकिंग में मुंबई ने बाजी मारते हुए पहले स्थान पर कब्जा जमाया है। इस रैंकिंग में चेन्नई, हैदराबाद और पुणे जैसे स्टार्टअप हब भी शामिल हैं।
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