Alert: इन बैंकों के ऐप से रहें बच के, चंद सेकेंड में खाली कर देंगे आपका अकाउंट, रिपोर्ट ने चौंकाया
नई दिल्ली। सभी प्राइवेट और निजी सेक्टर के बैंकों ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए अपना बैंकिंग ऐप लॉन्च कर रखा है। इन बैंकिंग ऐप के जरिए आप अपने फोन की मदद से बैंक से जुड़ा हर काम घर बैठे-बैठे निपटा सकेंगे। फिर चाहे फंड ट्रांसफर करना हो या फिर बैलेंस पका करना। आप अपने फोन की मदद स आप घर बैठे-बैठे सारे काम कर सकेंगे। बैंकिंग ऐप आपको जितनी सुविधा देते हैं आपको बता दें कि आपकी थोड़ी सी लापरवाही की वजह से ऐप इन ऐप की वजह से मिनटों में अपनी जमा पूंजी गंवा भी सकते हैं। ताजा रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि गूगल प्ले पर मौजूद कई बैंकों के फर्जी ऐप लोगों के बैंक खाते में सेंधमारी कर रहे हैं।
बैंकिंग ऐप से जरा बच के...
IT सिक्योरिटी फर्म Sophos लैब्स ने अपनी ताजा रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस रिपोर्ट की माने तो Google Play Store पर कई बैंकों के फर्जी ऐप मौजूद हैं, जो देखने में लगभग असली बैंकिंग ऐप की तरह ही है। ये फर्जी ऐप लोगों का डेटा चुरा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), आईसीआईसीआई(ICICI), एक्सिस(Axis) बैंक, सिटी बैंक समेत बड़े बैंकों के नकली ऐप गूगल प्ले स्टोर पर नौजूद है। ये नकली ऐप ग्राहकों के लिए बड़ा खतरा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि SBI, ICICI बैंक, Axis बैंक, सिटी बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यस बैंक ऐसे बैंक हैं, जिन्हें हैकर्स ने फेक ऐप के जरिए निशाना बनाया है। कई बैंकों ने Sophos लैब्स को पत्र लिखकर रिपोर्ट ने अपना नाम हटाने को कहा है, वहीं कई बैंकों ने अपने साइबर फ्रॉड डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी देकर जांच करने को कहा है।
ऐसे होती है आपके बैंक खाते में सेंधमारी
इस रिपोर्ट के मुताबिक नकली ऐप देखने में लगभग असली ऐप की तरह ही दिखते हैं। इन नकली ऐप ने तो बैंकों का लोगो तक इस्तेमाल कर रखा है, जिसकी वदह से लोग असली-नकली में फर्क नहीं कर पा रहा है और गलती से बैंकों के फर्जी ऐप डाउनलोड कर लेते हैं। इन नकली बैंकिंग ऐप के मैलवेयर (वायरस) होता है, जो यूजर्स के बैंक खातों और क्रेडिट कार्ड के डिटेल्स चोरी कर लेता है। डिटेल मिलते ही वो चंद सेकेंड में वो आपके खाते को खाली कर सकते हैं।
बैंकों ने कराई जांच
रिपोर्ट सामने आने के बाद बैंकों ने फर्जी बैंकिंग ऐप को लेकर जांच शुरू कर दी।बैंकों ने कंप्यूटर सिक्योरिटी से जुड़ी घटनाओं पर नजर रखने वाली नेशनल नोडल एजेंसी CERT-in को भी सूचित किया । मामले की छानबीन की जा रही है। हालांकि कई बैंकों ने इससे पल्ला झाड़ लिया है और कहा है कि उन्हें ऐसे फर्जी ऐप नहीं मिले। जबकि कई ने जांच आगे बढ़ा दी।