क्या शेयर बाजार में Adani Group 46000 Crore रुपये नीचे गिरा, 'Hindenburg Fraud' पर क्या बोले अडाणी ?
अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। Adani Group के शेयर 46000 Crore रुपये नीचे गिरने की रिपोर्ट सामने आई है। 'हिंडनबर्ग फ्रॉड' पर अडाणी के CFO ने क्या बोले ? जानिए
क्या शेयर बाजार में एक झटके में Adani Group 46000 Crore रुपये के नुकसान से सहम गया ? ये सवाल इसलिए क्योंकि एक बिजनेस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद बुधवार को अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर रेड ज़ोन में चले गए। कारोबार की रिपोर्ट के बारे में लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म Hindenburg ने स्टॉक हेरफेर और अकाउंट्स में धोखाधड़ी की बात कही। इसके बाद अडाणी ग्रुप के शेयर धड़ाम हो गए। शेयर बाजार में भूचाल आ गया।
हजारों करोड़ रुपये के नुकसान का दावा
खबरों के मुताबिक अडाणी टोटल गैस को बुधवार को 12,366 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, इसके बाद अडाणी पोर्ट्स को 8,342 करोड़ रुपये और अडाणी ट्रांसमिशन को 8,039 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
क्या सात कंपनियों के मूल्य 85 फीसद गिरे ?
दावा किया गया है कि हिंडनबर्ग ने दो साल की जांच के बाद रिपोर्ट जारी की है। फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च कंपनी ने कहा, "भले ही आप हमारी जांच के निष्कर्षों को नजरअंदाज कर अडाणी समूह के शेयर अंकित मूल्य पर खरीदें, लेकिन इसकी सात प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों में विशुद्ध रूप से 85% की गिरावट आई है।" रिपोर्ट के अनुसार, अडाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडाणी की कुल संपत्ति लगभग 120 बिलियन डॉलर है। समूह के शेयरों की कीमतों अभूतपूर्व उछाल देखा गया है। सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली सात सबसे महत्वपूर्ण कंपनियों की कीमत औसतन 819 प्रतिशत बढ़ी हैं।
'फ्रॉड' के आरोपों पर अडाणी ग्रुप ने क्या कहा ?
शेयर बाजार में भूचाल की खबरों के बाद अडाणी ग्रुप के चीफ फाइनांशियल ऑफिसर (CFO) जुगेशिंदर सिंह ने बयान जारी किया। CFO ने कहा, अडाणी ग्रुप इस बात से हैरान है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने हमसे संपर्क करने या तथ्यात्मक मैट्रिक्स को सत्यापित करने का कोई प्रयास किए बिना कल एक रिपोर्ट प्रकाशित कर दी। CFO के मुताबिक यह रिपोर्ट चुनिंदा गलत सूचनाओं, निराधार और बदनाम आरोपों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन है, जिसे भारत की सर्वोच्च अदालतें परखने के बाद खारिज कर चुकी हैं।
भारत के सबसे बड़े FPO को नुकसान पहुंचाने का इरादा
अडाणी ग्रुप के सीएफओ ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के प्रकाशन का समय स्पष्ट रूप से दिखाता है कि अडाणी समूह की प्रतिष्ठा को कम करने के इरादे से ये रिपोर्ट सामने लाई गई है। इसका मकसद अडाणी एंटरप्राइजेज की आगामी FPO (Follow-on Public Offering) को नुकसान पहुंचाना है। ये भारत में अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है।
सभी कानूनों का पालन करती है अडाणी ग्रुप
CFO जुगेशिंदर सिंह के मुताबिक वित्तीय विशेषज्ञों और प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए विस्तृत विश्लेषण और रिपोर्ट के आधार पर निवेशक समुदाय ने हमेशा अडाणी समूह में विश्वास जताया है। हमारे निवेशकों के पास सूचनाओं का अभाव नहीं है और शेयर मार्केट के जानकार निहित स्वार्थों से प्रेरित और निराधार रिपोर्ट से प्रभावित नहीं होते हैं। उन्होंने साफ किया कि अडाणी समूह हमेशा सभी कानूनों का अनुपालन करता रहा है, अधिकार क्षेत्र की परवाह किए बिना और कॉर्पोरेट प्रशासन के उच्चतम मानकों को बनाए रखता है।
किन घोटालों के आरोपों से घिरी अडाणी की कंपनियां
CFO के बयान से पहले लाइवमिंट की रिपोर्ट में हिंडनबर्ग फ्रॉड के बारे में कहा गया कि अडाणी समूह कथित तौर पर चार महत्वपूर्ण सरकारी धोखाधड़ी जांच का सामना कर रहा है। 17 बिलियन अमेरिकी डॉलर के कथित फ्रॉड में मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स डॉलर की चोरी और भ्रष्टाचार के आरोप शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि अडाणी परिवार के सदस्यों ने कथित रूप से मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात और कैरेबियाई द्वीपों जैसे टैक्स-हेवेन क्षेत्राधिकारों में अपतटीय शेल कंपनियों को बनाने में सहयोग किया। नकली या अवैध कारोबार उत्पन्न करने और सूचीबद्ध कंपनियों से पैसा निकालने के स्पष्ट प्रयास में जाली आयात/निर्यात दस्तावेज तैयार किए गए।
अडाणी कि किन कंपनियों के शेयर गिरे !
हिंडनबर्ग का दावा है कि अनुसंधान के लिए अडाणी समूह के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई लोगों का साक्षात्कार लिया गया। हजारों दस्तावेजों की जांच की गई, और करीब एक दर्जन विभिन्न देशों में साइट का दौरा किया गया। लाइवमिंड की खबर के मुताबिक इस कथित फ्रॉड वाली रिपोर्ट के बाद बुधवार के कारोबार में अडाणी टोटल गैस, अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी पावर और अडाणी विल्मर के शेयर 1-4 प्रतिशत गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। ओवरऑल नुकसान के बारे में कहा गया कि अडाणी ग्रुप के के सात शेयरों में बुधवार को मार्केट कैप में ₹46,086 करोड़ की गिरावट दर्ज की गई।
Recommended Video