मानव ऐसा क्या करता है जो एलियंस नहीं समझते ? 11 चीजें जो 'दूसरी दुनिया' के लिए विचित्र हैं!
नई दिल्ली, 3 जुलाई: एलियंस के बारे में हमारे मन में अजीब काल्पनिक चीजें भरी पड़ी हैं। हम उनको लेकर ऐसी चीजें सोचते हैं, जो हमें विचित्र लगती हैं। अक्सर हमारी समझ यह होती है कि वह नंगे-पुंगे टाइप होते होंगे, वह गंजे टाइप दिखाई पड़ते होंगे, भले ही उनकी बुद्धि काफी विलक्षण प्रतिभा से भरपूर हो, लेकिन शायद वह भावना शून्य होते हैं! वगैरह-वगैरह। मजेदार बात यह है कि हममें से शायद ही कोई सोचता है कि पृथ्वी की तरह ही 'दूसरी दुनिया' के ये अजीब जीव के भी विभिन्न धर्म होंगे, उनकी भी भाषाएं हमारी तरह अलग-अलग होंगी या फिर उनकी भी राजनीतिक विचारधारा हमारी तरह बंटी होंगी! इसी तरह से शायद ही हममें से कोई यह सोचता है कि एलियंस के दिमाग में हम पृथ्वीवासियों को लेकर क्या सवाल उठते होंगे? शायद हम जाने-अनजाने रोजाना ऐसी अनेकों चीजें करते होंगे, जो एलियंस के समझ से परे हों! उन्हें हमारा बर्ताव और व्यवहार बड़ा विचित्र लग सकता है। यहां, उन 11 चीजों का वर्णन किया जा रहा है, जो एलियंस के लिए विचित्र हो सकते हैं, लेकिन वह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं।
हम हंसते क्यों हैं ?
भारतीय योग की परंपरा कहती है कि हंसना सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक है। सुबह-सुबह पार्कों में तो लोग इसे नियमित तौर पर आजमाते भी दिखते हैं। आम जिंदगी में हंसना मानव के लिए बहुत ही बेहतरीन चीज है, जो भागती दुनिया के दबाव से छुटकारा दिलाने का बहुत बड़ा सहारा है। मानव जब भी बहुत खुश होता है तो हंसता है। लेकिन एलियंस को हमारा हंसना अटपटा लग सकता है।
हाथ मिलाना या नमस्कार करना
धरती पर एक-दूसरे के अभिवादन के कई तरीके हैं। कोई दुआ-सलाम करता है तो कोई हाथ मिलाता है। भारत में तो दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम और नमस्कार करने की परंपरा है। कोरोना काल में इसे सारी दुनिया ने अपनाया है। लेकिन, अगर एलियंस धरती पर उतर आएं और इंसानों को इस तरह से एक-दूसरे से मिलते-जुलते देखें तो वह काफी विचित्र महसूस कर सकते हैं। उन्हें समझ में नहीं आएगा कि इसकी आवश्यकता क्या है?
हाथ लहराना
एलियंस हमको लेकर कंफ्यूज कर सकते हैं कि हम लोग किसी को देखकर दूर से ही हाथ क्यों हिलाने लगते हैं। जबकि, यह हमारे स्वाभाव में है। लेकिन, एलियंस के लिए यह पूरी तरह से अनावश्यक व्यवहार हो सकता है। वह हमें ऐसा करते देख असमंजस में पड़ सकते हैं और चाहे उन्होंने ज्ञान-विज्ञान में काफी तरक्की कर भी ली हो, तो भी इस मोर्चे पर उन्हें बहुत ही दिक्कत महसूस हो सकती है।
किसिंग करना
मनुष्य के लिए प्यार का इजहार करने के लिए किसिंग बहुत ही स्वाभाविक क्रिया है। इसमें वात्सल्य भी हो सकता है और दो बड़े लोगों का आपसी प्यार भी। लेकिन, एलियंस के लिए यह बेकार चीज हो सकती है। आजकल तो किसिंग के लिए दो जोड़ों का ही होना जरूरी नहीं है, यह जान-पहचान वाले या अनजान लोगों के बीच में भी एक मर्यादा के दायरे में धड़ल्ले से होता है। लेकिन, शायद एलियंस इन भावनाओं को कभी नहीं समझ पाएंगे।
रोना
इंसान के लिए दुख में, कष्ट में, पीड़ा में अपना दर्द बयां करने के लिए रोना एक बहुत ही स्वाभाविक चीज है। जब भी कोई चीज आपकी सामान्य सोच से अलग होती है तो रोना आ सकता है। कई बार तो खुशियों के भी आंसू छलक पड़ते हैं। लेकिन, एलियंस के लिए इन भावनाओं को समझ पाना मुश्किल हो सकता है और वह हमें हैरानी भरी नजरों से देख सकते हैं कि हम ऐसा क्यों करते हैं।
ताली बजाना
एक-दूसरे के उत्साहवर्धन के लिए ताली बजाना बहुत ही बेहतर तरीका है। इसके जरिए किसी चीज की मंजूरी भी दी जा सकती है या फिर किसी को उसके कार्यों के लिए सराहा भी जा सकता है। लेकिन, दूसरे ग्रह के जीवों के लिए इसका कोई मायने नहीं हो सकता। वह सोच सकते हैं कि इंसान ऐसी चीजें किस वजह से करते हैं?
म्यूजिक और डांस
म्यूजिक कान में पड़ते ही लोगों का थिरकने लगना बहुत ही सामान्य सी बात है। लेकिन, एलियंस के लिए हमारी यह हरकत बेकार हो सकती है। वह सोच सकते हैं कि किसी आवाज की वजह से मनुष्य अपने शरीरों को इस तरह से लचकाना क्यों शुरू कर देते हैं? हो सकता है कि यदि उन्हें कभी धरती पर आने का मौका मिले तो उन्हें एक लंबा समय इस तरह की चीजों पर रिसर्च करने पर खर्च करना पड़े।
सोना
एक ताजा रिसर्च में यह बात स्थापित हो गई है कि यदि हम 7 घंटे से कम सोते हैं तो हार्ट से जुड़ी बीमारियों को निमंत्रण दे रहे हैं। लेकिन, एलियंस अगर हमें रोज का एक-तिहाई समय बिस्तर पर सोता देखेंगे तो उन्हें लगेगा कि जब हम इतने कम दिन धरती पर जीवित रहने वाले हैं तो उसका इतना बड़ा हिस्सा बेकार में गंवा क्यों रहे हैं ? शायद हमारे लिए सोना कितना जरूरी है यह बात उनकी समझ में ना आए!
कपड़े पहनना
सामाजिक लोक-लिहाज के लिए ही नहीं प्रकृति के अनेक तरह के मौसमों से बचाव के लिए भी मानव का कपड़े पहनना आवश्यक है। लेकिन, एलियंस यह सोच सकते हैं कि जब धरती के अन्य जीव बिना कपड़ों के जीवित रह सकते हैं तो इंसान ने यह बला क्यों पाल रखी है? इसी तरह वह ये सोच सकते हैं कि शरीर के अधिकतर बालों को तो हम ढंक देते हैं, लेकिन साथ ही साथ कुछ बालों को कतर क्यों देते हैं ?
जमाखोरी
मनुष्यों को छोड़कर पृथ्वी के सभी जीव कभी संग्रह नहीं करना चाहते। भूख लगती है तो खाते हैं और फिर आराम करते हैं। लेकिन, मनुष्यों में यह जमाखोरी की प्रवृत्ति क्यों है? जबकि, यह हमेशा जीवित नहीं रहने वाले? यह सवाल एलियंस को काफी परेशान कर सकते हैं।
युद्ध
पृथ्वी पर इतनी संपदा है कि उससे करीब 8 अरब मानव का काम चल सकता है। लेकिन, यह इतना अव्यवस्थित क्यों है? कहीं इंसान के पास गोदाम भरे पड़े हैं और कहीं लोग दाने-दाने को मोहताज क्यों हैं? जब हमेशा के लिए किसी को इस धरती पर रहना ही नहीं है तो फिर लोगों के बीच लड़ाइयां क्यों होती हैं? इस ग्रह के एक हिस्से, दूसरे के खिलाफ युद्ध करके क्या जीतना चाहते हैं? ये तमाम वो सवाल हैं, जिनके जवाब शायद एलियंस कभी ना ढूंढ़ पाएं! (तस्वीरें प्रतीकात्मक)