Korba: कुत्तों को कोरोना का टीका लगवाने पहुंचा ग्रामीण, फिर घटा यह किस्सा
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है,जहां एक ग्रामीण अपने पालतू कुत्तों को कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकारण केंद्र पहुंच गया।
कोरबा, 17 सितंबर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है,जहां एक ग्रामीण अपने पालतू कुत्तों को कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकारण केंद्र पहुंच गया। ग्रामीण की इच्छा जानकार मेडिकल स्टाफ चिंता में पड़ गया कि क्या किया जाए। उसके के बाद जो हंगामा हुआ ,उसे स्वास्थ्य कर्मी हमेशा ही आड़ रखेंगे।
कुत्तो को लेकर Vaccination Centre पहुंचा ग्रामीण
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कोरोना टीकाकरण केंद्र में स्वास्थ्यकर्मी तब अचंभित हो गए ,जब एक ग्रामीण कुत्ते को टीका लगवाने करने का आग्रह करने लगा। पहले तो ग्रामीण की बातें सुनकर मेडिकल स्टाफ हैरान रह गया,फिर ग्रामीण को समझाने की को कोशिश की। कुत्ते को टीका लगवाने से मना करने के बाद ग्रामीण नाराज़ हो गया और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हाथापाई पर उतारू हो गया।
मेडिकल स्टाफ के साथ की हाथापाई
मेडिकल स्टाफ से ग्रामीण के उलझने के बाद माहौल बेहद गर्म हो गया,जिसके बाद टीकाकरण के काम में तैनात कर्मचारियों ने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल हड़ताल शुरू दी। मामला बढ़ने के बाद पुलिस को घटना स्थल पर आना पड़ा। पूरे मामले की शिकायत बालको थाना तक पहुंची। पुलिस को बताया गया कि रामायण सिंह नामक ग्रामीण शराब के नशे में धुत होकर अपने पालतू कुत्तों के साथ टीकाकरण केंद्र पहुंचा था,जिसके बाद उसने लैब टेक्नीशियन के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। .
हड़ताल पर गए कर्मचारी,पुलिस को देनी पड़ी दखल
दरअसल कोरबा जिले के वनांचल गांव अजगरबहार के स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण का काम चल रहा था। इसी दौरान ग्रामीण रामायण सिंह वैक्सीनेशन सेंटर अपने तीन पालतू कुत्तो के साथ पहुंचा था। बहरहाल इस मामले में पुलिस ने टीकाकरण कर्मचारियों को सुरक्षा देने की बात कहकर वापस काम पर लौटने किए अपील की,तब जाकर काम वापस शुरु हुआ। इधर पुलिस अमले में हंगामा करने वाले ग्रामीण के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही है।
कुत्तों में होता है कैनाइन कोरोना वायरस
ऐसा नहीं है कि कुत्तों को वायरस का खतरा नहीं होता,दरअसल उनमे कोविड-19 का वायरस नहीं, बल्कि कैनाइन कोरोना वायरस होता है। यह वायरस एक कुत्ते से दूसरे में फैल सकता है। रोचक तथ्य यह है कि इसका टीका कई वर्षों पहले बन चुका है। इसकी हर साल 30 दिन के भीतर 2 डोज लगाई जाती है। पशु चिकित्सकों का कहना है कि कुत्तों में पाया जाने कोविड वायरस कोविड-19 की तरह खतरनाक नहीं होता है, लेकिन कुत्तों में संक्रमण का भय रहता है। इस वायरस से कुत्तों का हाजमा खराब हो जाता है और वह खाना छोड़ देते हैं।
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