बिजनौर: पुलिस के डर से मुस्लिम परिवारों ने छोड़ा घर, पड़ोसियों ने बताई ये बातें
बिजनौर। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में यूपी के बिजनौर में शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन हुआ था। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के दौरान हुई फायरिंग में 21 साल के अनस और 20 साल के सुलेमान की मौत हो गई थी। इलाके में रहने वाले लोगों ने पुलिस पर बदसलूकी, तोड़फोड़ और धमकियां देने का आरोप लगाया है।
कई परिवारों ने छोड़ा अपना घर
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद कई परिवार अपना घर छोड़कर चले गए। इलाके के कई परिवारों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद पुलिस उनके घरों में घुसी और तोड़फोड़ की। महिलाओं को परेशान किया गया और बच्चों को धमकियां दी गईं।
घरों में दिखी पुलिस की बर्बरता
नहटौर इलाके के घरों में वॉशबेसिन, बाथरुम, बेड, फर्नीचर, फ्रिज, बर्तन और अन्य सामान टूटे पड़े मिले। एक शख्स ने बताया कि 8-10 पुलिसवाले हमारे परिवार के पुरुष सदस्यों के बारे में पूछते हुए आए थे। उन लोगों ने हमें अपशब्द कहे, महिलाओं को परेशान किया और बच्चों को धमकी दी। घर के पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने कहा कि अगर पुलिस को पता चल गया कि उन्होंने मीडिया से बात की है तो उनके परिवार के सदस्यों को निशाना बनाया जाएगा, पीटा जाएगा और फंसा दिया जाएगा।
पुलिस के डर से छोड़ा घर
इलाके में 5 अन्य घरों में भी ताला पड़ा हुआ था। पड़ोसियों ने बताया कि पुलिस के डर की वजह से उन्होंने अपना घर से छोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने शुक्रवार को हुई हिंसा से संबंधित एफआईआर में 3000 से अधिक अज्ञात लोगों का उल्लेख किया है। अगर उन्हें पता चलता है कि मैंने बात की है, तो मेरे परिवार के सदस्यों के साथ भी दुर्व्यवहार किया जाएगा।
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