बिहार: पीएम मोदी से गुफ्तगू के बाद बीजेपी के कितने करीब गए नीतीश कुमार?
पटना में प्रकाश पर्व के दौरान एक मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूसरे से गुफ्तगू करते नजर आए थे।
पटना। अब तक लगाए जाने वाले सारे कयास धीरे-धीरे हकीकत में बदलते दिख रहे हैं। पटना में प्रकाश पर्व के दौरान एक मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूसरे से गुफ्तगू करते नजर आए थे। तभी सभी लोगों ने यह कयास लगाया था कि यह बातचीत बिहार की राजनीति में कोई नई चाल तो नहीं है। पर अब हकीकत सामने आ गई है। इस गुफ्तगू का नतीजा ही है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ देने और एक मंच पर आने की बात कही है। ये भी पढ़ें:पीएम नरेंद्र मोदी के साथ क्यों नहीं बैठे लालू यादव, उनकी खुद की पार्टी ही कर रही ये सवाल
बता दें कि सोमवार की शाम बिहार की राजनीति में एक नई शाम बन कर सामने आई। जहां भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान को समर्थन देने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि 21 जनवरी को बिहार में बन रहे मानव श्रृंखला में वो साथ देंगे तथा यह साथ सिर्फ नैतिक समर्थन तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि सहभागिता के रूप में भी पूरी दुनिया देखेगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी के समर्थन में 21 जनवरी को दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बिहार में बनाने की घोषणा की है जिसकी तैयारी में कुल 11,200 किमी में मानव श्रृंखला बनेगी। इस मानव श्रृंखला के बहाने बिहार पूरी दुनिया में बड़ा संदेश देगा। इस श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाने को लेकर सरकार के साथ-साथ जदयू ने भी दिन रात एक कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि जहां इस श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाने के लिए सरकार के साथ-साथ जदयू दिन-रात एक कर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार के मानव श्रृंखला कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर बड़ी सियासी चाल चल दी है। क्योंकि बिहार में चल रही महागठबंधन की सरकार में जदयू की सहयोगी पार्टी कांग्रेस और राजद दोनों ने अब तक इस मानव श्रृंखला में अपनी सहभागिता के रूप कोई बड़ा फैसला नहीं लिया है और ना ही इस श्रृंखला के लिए अपने कार्यकर्ताओं को किसी प्रकार का संदेश दिया है।
वहीं, बिहार के राजनीतिक गलियारों में चर्चा काफी जोर-शोर से चल रही है कि नीतीश कुमार फिर से बीजेपी का दामन थामने के लिए तैयार हो रहे हैं? पर जब भी इस तरह की अफवाह उड़ी है मुख्यमंत्री ने इन सभी बातों का समय-समय पर बड़ी मजबूती से खंडन किया है। ये भी पढ़ें:जानिए, अगर यूपी विधानसभा चुनाव में जीती भाजपा तो कौन होगा मुख्यमंत्री?